बिहार में सियासी गतिरोध जारी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर से पाला बदलने वाले हैं। कहा जा रहा है कि वह एक बार फिर से महागठबंधन तोड़कर एनडीए में जा रहे हैं। पटना और दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। बीजेपी के नेता भी नीतीश के एनडीए में आने के संकेत दे रहे हैं। हालांकि यह सभी कयास ही हैं, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यह कयास हकीकत में बदल जाएंगे।
इस बीच पटना में आरजेडी के विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में आरजेडी के विधायक समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुए। इस बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, “सीएम नीतीश कुमार आदरणीय थे और हैं। कई चीजें नीतीश कुमार के नियंत्रण में नहीं हैं।’महागठबंधन’ में राजद के सहयोगी दलों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया है।”
अब अधिक लोग हमारे साथ- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे, ”2005 से पहले बिहार में क्या था?” मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी। अब अधिक लोग हमारे साथ हैं। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया, चाहे वह नौकरी हो, जाति जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना आदि हो। बिहार में अभी खेल होना बाकी है।
फैसले लेने के लिए लालू यादव अधिकृत- मनोज झा
वहीं बैठक के बाद राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि विधानमंडल की बैठक बेहद ही सार्थक हुई। उन्होंने कहा कि इस बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें राज्य और राष्ट्रीय मुद्दे शामिल थे। इसके साथ ही आगे होने वाले सभी फैसलों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को अधिकृत किया गया है। मनोज झा ने कहा कि सभी फैसले लालू यादव ही लेंगे।