भागलपुर। मायागंज अस्पताल में गंभीरावस्था में इलाज के लिए लाये गये बुजुर्ग मरीज को आईसीयू में बेड नहीं मिला। उसका इलाज अस्पताल के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड में किया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर अस्पताल के जिम्मेदार पहुंचे और जांच-इलाज की स्थिति से परिजनों को अवगत कराया तो परिजन शांत हो गये।
आईसीयू में नहीं मिला बेड तो वार्ड में ऑक्सीजन सपोर्ट पर हुआ मरीज का इलाज
पीरपैंती निवासी 65 वर्षीय रघुनंदन गोस्वामी को गंभीरावस्था में इलाज के लिए सोमवार को दोपहर बाद करीब 2:05 बजे मायागंज अस्पताल लाया गया। उन्हें डॉ. हेमशंकर शर्मा की यूनिट में फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड में रखा गया। इलाज के दौरान मरीज का बीपी व पल्स नहीं मिला और तबीयत सुधरने के बजाय बिगड़ने लगी तो डॉक्टरों ने मरीज को आईसीयू रेफर कर दिया। आईसीयू में बेड खाली नहीं मिला तो मरीज का वार्ड में ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखकर इलाज किया जाने लगा। दोपहर बाद करीब 2:35 बजे बुजुर्ग मरीज की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। सूचना पर हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता व मेडिसिन विभाग के हेल्थ मैनेजर वीरमनी व डॉक्टरों की टीम पहुंची। जहां परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया गया। मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा ने कहा कि आईसीयू के हरेक बेड पर मरीज भर्ती थे। बावजूद आईसीयू की तरह ही मरीज का इलाज वार्ड में किया गया। इलाज में किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती गई, जिसे परिजनों ने समझा भी।