महाकाल मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी से मचा हड़कंप, MP के सभी रेलवे स्टेशनों और उज्जैन में अलर्ट जारी

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मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी भरा पत्र मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। यह धमकी राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के अधीक्षक को भेजे गए एक पत्र के जरिए दी गई है। जिसमें लेखक ने खुद को जैश-ए-मोहम्मद का जम्मू-कश्मीर एरिया कमांडर बताया है। इस पत्र में धार्मिक स्थलों और रेलवे स्टेशनों को निशाना बनाने की बात कही गई है, जिससे स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

राजस्थान के हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के अधीक्षक नागेंद्र सिंह को मंगलवार शाम को एक पीले रंग के लिफाफे में यह धमकी भरा पत्र मिला। पत्र पर डिप्टी सुपरिटेंडेंट जगत नारायण का नाम था और यह हनुमानगढ़ पोस्ट ऑफिस की 30 सितंबर की मुहर के साथ आया था। पत्र में गोल मुहर में पोस्ट ऑफिस कोड 14440 लिखा था और यह हाथ से लिखा गया था। पत्र में लिखा गया है कि “जिहादियों की मौत का बदला लिया जाएगा,” जिससे सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। प्रशासन ने उज्जैन में अलर्ट जारी किया है।

अलर्ट जारी

धमकी भरे पत्र को गंभीरता से लेते हुए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी गई है और मंदिर परिसर के आसपास विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी अतिरिक्त उपाय किए हैं। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इस धमकी की जानकारी मिली है और वे सतर्कता बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस से संपर्क कर उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने महाकाल मंदिर के आसपास सुरक्षा को बढ़ा दिया है और डॉग स्क्वायड के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

रेलवे स्टेशनों पर अलर्ट

मध्य प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशन, विशेषकर भोपाल, इंदौर,उज्जैन,और ग्वालियर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। रेलवे पुलिस और राज्य पुलिस के संयुक्त प्रयासों से स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हर यात्री की बारीकी से जांच की जा रही है, और स्टेशनों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है।

अलर्ट पर जांच एजेंसियां

पत्र में मिली धमकी के बाद राजस्थान और मध्य प्रदेश की पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है। धमकी के पीछे कौन है, इसकी पहचान करने के लिए तकनीकी और फॉरेंसिक टीमें सक्रिय हैं। शासन प्रशासन ने राज्य में शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। जांच पूरी होने तक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी बनी रहेगी।