भागलपुर के जगदीशपुर में हूई थी युवक की संदिग्ध मौत: तीन साल बाद दर्ज हुआ केस, पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर

crime suicidecrime suicide

भागलपुर : जगदीशपुर थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर गांव में तीन साल पहले पेड़ से लटका मिला युवक का शव, लेकिन हैरानी की बात है कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद पुलिस ने केस ही दर्ज नहीं किया। अब मृतक के पिता की शिकायत पर 24 अप्रैल 2025 को एफआईआर दर्ज की गई है।

22 अक्टूबर 2021 को हुई थी घटना
मृतक मिथुन कुमार दास का शव गांव के आम बगीचे में एक पेड़ से लटका मिला था। उस वक्त पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, लेकिन न तो यूडी केस दर्ज किया गया और न ही परिजनों के बयान पर एफआईआर। यह लापरवाही तब उजागर हुई जब हाल ही में मृतक के पिता अशोक दास ने एसएसपी हृदय कांत से शिकायत की।

मानवीय भूल या लापरवाही?
जगदीशपुर के वर्तमान थानेदार का कहना है कि “मानवीय भूल” के कारण आवेदन इधर-उधर हो गया होगा। पर जांच में सामने आया कि तत्कालीन थानेदार श्रीकांत चौहान की लापरवाही के कारण यह केस दर्ज नहीं हो सका। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर चंद्रभूषण की जांच में यह भी सामने आया कि न कोई केस दर्ज हुआ और न कोई विधिवत प्रक्रिया अपनाई गई।

मजदूरी करता था हैदराबाद में, गांव की लड़की से था संबंध
मृतक के पिता के अनुसार, मिथुन हैदराबाद में मजदूरी करता था और गांव की एक लड़की से उसका संबंध था। पिता ने आरोप लगाया कि लड़की और उसके परिजन मिथुन का आर्थिक और शारीरिक शोषण करते थे। 14 अक्टूबर 2021 को जब मिथुन घर लौटा, तब उसने अपने साथ हुई ज्यादतियों की जानकारी दी थी।
22 अक्टूबर की सुबह सूचना मिली कि उसका शव आम के पेड़ से लटका मिला है। परिजन इसे हत्या मानते हैं।

अब दर्ज हुआ केस, जांच की तैयारी
एसएसपी के निर्देश पर केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की जांच शुरू हो चुकी है। परिजनों को उम्मीद है कि अब उन्हें इंसाफ मिलेगा।


 

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.
Recent Posts
whatsapp