बिहार के सरकारी स्कूलों में अपनी सेवा दे रहे टीचर के लिए यह काफी अच्छी और काम की खबर है। राज्य सरकार ने शिक्षकों के ट्रांसफर पॉलिसी में बड़ा बदलाव किया है। इस नए अपडेट के अनुसार, सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों और बीपीएससी से चयनित शिक्षकों दोनों के लिए स्कूल आवंटन और ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और सॉफ्टवेयर आधारित होगी।
जानकारी के अनुसार अब शिक्षकों को स्कूल का आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर किया जाएगा। शिक्षकों को पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा और उसके बाद सॉफ्टवेयर उनके आवेदन के आधार पर स्कूल का आवंटन करेगा। सबसे पहले सक्षमता परीक्षा पास विशिष्ट शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन किया जाएगा।
वहीं अब शिक्षकों को स्कूल का आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर किया जाएगा। शिक्षकों को पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा और उसके बाद सॉफ्टवेयर उनके आवेदन के आधार पर स्कूल का आवंटन करेगा। सबसे पहले सक्षमता परीक्षा पास विशिष्ट शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि बीपीएससी पास आवेदक ट्रांसफर के लिए पहले आवेदन देंगे और उसके बाद उनका ट्रांसफर किया जाएगा। सक्षमता परीक्षा के समय शिक्षकों से तीन जिलों के विकल्प लिए गए थे, उसी आधार पर उन्हें जिले आवंटित किए जाएंगे। यदि कोई शिक्षक अपने आवंटित जिले से असंतुष्ट है तो उसे फिर से सक्षमता परीक्षा देनी होगी। सक्षमता परीक्षा में प्राप्त अंकों को भी जिले के आवंटन में आधार बनाया जाएगा।
इधर, मुजफ्फरपुर जिले में कुछ शिक्षकों की काउंसलिंग पूरी नहीं हो पाई है, उनके लिए अलग से काउंसलिंग का शेड्यूल जारी किया जाएगा। हालांकि पूरी प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से होने से पारदर्शिता बढ़ेगी और शिक्षकों को लगातार दौड़-धूप करने से मुक्ति मिलेगी।शिक्षक घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और उन्हें स्कूल का आवंटन भी ऑनलाइन ही पता चल जाएगा।