आने वाले दिनों में पर्व-त्योहार को देखते हुए बिजली कंपनी निर्बाध बिजली आपूर्ति में जुट गई है। कंपनी ने फील्ड के इंजीनियरों को निर्देश दिया है कि वह अभी से ही इसकी तैयारी शुरू कर दे। पूजा पंडालों से लेकर छठ घाटों की सूची लेकर वहां की जाने वाली बिजली आपूर्ति व्यवस्था दुरुस्त कर लें ताकि किसी तरह की अनहोनी को रोका जा सके।
बीते दिनों कंपनी ने इस मसले पर इंजीनियरों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें दुर्गापूजा, दीपावली और छठ पर्व की समीक्षा की गई। दुर्गापूजा में पटना सहित पूरे राज्य में हजारों पंडाल बनाये जाते हैं। इसे देखते हुए कंपनी ने इंजीनियरों को कहा है कि वह शहर से लेकर गांव में बनने वाले पूजा-पंडालों की बिजली आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा कर लें। किसी भी सूरत में पूजा-पंडाल के समीप नंगा तार न हो, यह सुनिश्चित कर लिया जाए। खासकर वैसे स्थल जहां मेला लगता है, यानी हजारों लोगों की भीड़ होती है, वहां बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष नजर रखी जाए। पूजा पंडालों में बिना कनेक्शन के बिजली न दी जाए। अवैध तरीके से बिजली कनेक्शन लेने के दौरान हादसा होने पर कंपनी को उसकी जानकारी नहीं मिलेगी। इसलिए यह सुनिश्चित कर लें कि हरेक पूजा पंडाल की ओर से कनेक्शन लेने के बाद ही बिजली सेवा का उपभोग किया जाए।
इसी तरह दीपावली में हर वर्ष अमूमन रिकॉर्ड बिजली आपूर्ति होती रही है। दीपावली के दिन लोगों को निर्बाध बिजली मिले, इसकी व्यवस्था अभी से ही करने को कहा गया है। ग्रिड से लेकर सब-स्टेशन और फीडर में मेंटेनेंस का काम पूरा करने को कहा गया है। गली-मोहल्ले में लगे ट्रांसफॉर्मरों की जांच करने को कहा गया है। दीपावली के बाद छठ महापर्व होता है। गंगा सहित राज्य के सभी नदियों, तालाब, पोखर में लाखों श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य देते हैं। चार दिवसीय अनुष्ठान के दौरान लाखों व्रती ऐसे होते हैं जो नदी किनारे ही सपरिवार रह जाते हैं।
ऐसे में यह जरूरी है कि रात में लोगों को निर्बाध बिजली मिले। इसलिए इंजीनियरों को कहा गया है कि अभी से ही जिला प्रशासन से छठ घाटों की सूची लेकर वहां की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त कर लें।
घाट के रास्ते में नंगा तार नहीं लगाने की हिदायत
घाट पर जाने वाले व्रतियों के रास्ते में किसी भी कीमत पर नंगा तार नहीं होने देने की हिदायत दी गई है। मुख्यालय स्तर पर कंपनी ने निर्णय लिया है कि केंद्रीय सेक्टर के अलावा जरुरत के अनुसार बिजली की खरीदारी की जाएगी। खुले बाजार में चाहे बिजली की कीमत जो भी हो, कंपनी खरीदारी कर लोगों को निर्बाध बिजली मुहैया कराएगी।