Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

उत्तर भारत में नहीं मिलेगी शीतलहर से राहत! जानें IMD का लेटेस्ट अपडेट

ByRajkumar Raju

जनवरी 13, 2024 #cold wave alert, #winter alert
cold wave in india sixteen nine 0 jpg

दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत ठंड की चपेट में है. इसे लेकर मौसम विभाग में उत्तर भारत में अगले 4-5 दिनों तक घना से बहुत घना कोहरा रहने की संभावना जताई है. उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले चार दिनों तक कोल्ड डे रहने की संभावना है. इसके अलावा इन इलाकों में अगले तीन दिनों के दौरान शीतलहर से गंभीर शीत लहर रहने की संभावना है. तीन दिनों के बाद इन क्षेत्रों में ठंड कम होने लगेगी.

इन राज्यों में घने कोहरे की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब के कुछ हिस्सों और हरियाणा, चंडीगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में 14-16 जनवरी के दौरान सुबह कुछ घंटों के लिए घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. बिहार में 14 और 15 जनवरी को घना कोहरा छाया रहेगा.

उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 14 जनवरी को घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. उत्तरी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 14 से 15 जनवरी तक घना से अति घना कोहरा रहने के आसार हैं. मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में शीत लहर की संभावना है.

पूर्वोत्तर राज्यों में कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग ने बताया कि पहाड़ी इलाके हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले दो दिनों तक अति घना कोहरा रहने की संभावना है. पूर्वोत्तर राज्य असम, मेघालय और मणिपुर में अगले 14-16 जनवरी तक घना कोहरा छाया रहेगा. इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों 17 जनवरी को कुछ स्थानों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है.

इन जगहों पर पड़ेगा पाला

मौसम विभाग के अनुसार पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में 14 और 15 जनवरी के दौरान कोल्ड डे से गंभीर कोल्ड डे की स्थिति रहने की संभावना है. 14 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ और पूर्वी राजस्थान में जमीन पर पाला पड़ने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अलग-अलग स्थानों पर 14 से 16 जनवरी तक कोल्ड डे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार इन क्षेत्रों में गंभीर ठंड पड़ सकती है.


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading