प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस एहतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए भारी संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंचने लगे हैं. हालांकि, यह माना जा रहा है 22 जनवरी को उन्हीं श्रद्धालुओं को अयोध्या जाने की इजाजत दी गई है, जिन्हें मंदिर ट्रस्ट की तरफ से विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है.
ऐसे में संभव है कि अयोध्या पहुंच रहे श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन करने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़े. इस बीच, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के लिए 26, 27 और 28 जनवरी बेहद अहम हो गई है. इन तारीखों की अहमियत को देखते हुए स्थानीय प्रशासन से लेकर केंद्रीय एजेंसियों तक व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है. बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और नवनिर्मित महर्षि वाल्मीकि पर विशेष तौर पर सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है।
अयोध्या के लिए क्यों अहम है 26, 27 और 28 जनवरी
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, वैसे तो अयोध्या में लगातार श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है. 22 जनवरी को भारी जनसैलाब उमड़ने की संभावनाओं को देखते हुए बहुत से श्रद्धालु 23 जनवरी या या उसके बाद अयोध्या का रुख करेंगे. वहीं. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस और 27-28 जनवरी को शनिवार-रविवार होने की वजह से तीन दिनों की लंबी छु्ट्टियां पड़़ रही हैं. ऐसे में, संभावना जताई जा रही है कि इन तीनों दिन भारी संख्या में श्रद्धा अयोध्या राम लला के दर्शन करने पहुंच सकत हैं.
CISF ने क्यों रवाना किए AVSEC ट्रेंड जवान और अधिकारी
विमान से अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आगमन 21 जनवरी से शुरू हो जाएगा. वहीं, यह भी संभावना जताई जा रही है कि शेड्यूल्ड फ्लाइट के साथ-साथ भारी संख्या में प्राइवेट चार्टर प्लेन अयोध्या एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं. इतनी भारी संख्या में प्राइवेट चार्टर प्लेन पहुंचने की संभावना को देखते हुए सीआईएसएफ ने 250 AVSEC ट्रेंड जवानों और अधिकारियों को समीपवर्ती एयरपोर्ट से अयोध्या रवाना किया है. इन विमानों और इनसे आए श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए सीआईएसएफ ने AVSEC ट्रेंड इन जवानों को तैनात किया है.
आपको बताते चलें कि यहां AVSEC एविएशन सिक्योरिटी से है और AVSEC ट्रेंड जवान वह होने हैं, जिन्होंने ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी द्वारा आयोजित परीक्षा को उत्तीर्ण किया है.