कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) शनिवार (17 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी पहुंची. इस दौरान राहुल गांधी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए. वहीं, कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी और अन्य नेताओं को मंदिर में कैमरों के साथ प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई. ऐसे में इस मामले को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को काशी विश्वनाथ में कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं दिए जाने पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि ‘जो लोग लुटेरे होते हैं उन्हें सब कुछ दिखाना होता है. ऐसे ही कांग्रेस के लोग भी भ्रष्ट हैं, यह लोग केवल अपनी तस्वीरें दिखाने के लिए गए हैं.’
अजय राय ने लगाया ये आरोप
दरअसल, इस मामले पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में बीजेपी नेताओं को कैमरे ले जाने की अनुमति है, लेकिन राहुल गांधी को इसकी अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने आगे कहा कि मंदिर प्रशासन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मंदिर में पूजा करते हुए कोई भी वीडियो जारी नहीं किया है।
‘कोई परमिशन मांगी नहीं गई थी’
कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि कांग्रेस की तरफ से कैमरे की कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी और न कोई अनुमति निरस्त की गई है. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी के मंदिर में दर्शन करने की जानकारी दी गई थी, लेकिन कैमरे के लिए कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
वहीं, राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान वाराणसी के लोगों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं मां गंगा के सामने अहंकार के साथ नहीं, सिर झुकाकर आया हूं. इसी तरह ही मैं ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भी लोगों से सिर झुकाकर मिल रहा था. मैं चाहता था कि यात्रा में जो भी आए, उन्हें ऐसा लगे कि मैं अपने भाई से मिलने आया हूं।