बिहार विधानसभा में विशेष राज्य के मुद्दे पर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी सदस्य पहले विधानसभा के बाहर और फिर विधानसभा के अंदर भी झुनझुना लेकर पहुंच गए थे. दूसरे हाफ में जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो विपक्षी सदस्य बेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार को मिले विशेष पैकेज को लेकर विपक्षी सदस्यों से कहा कि आप लोग भी नरेंद्र मोदी की सरकार को धन्यवाद दीजिए. सदन में उस समय नीतीश कुमार भी मौजूद थे लेकिन विपक्षी सदस्य लगातार हंगामा करते रहे और नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग करते रहे. सीएम ने नाराजगी दिखाते हुई विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘अब घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, यही लोग खारिज किए थे।
केंद्रीय बजट में बिहार को ‘विशेष’ मदद: संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा हम लोग शुरू से आशान्वित थे कि केंद्र की सरकार बिहार को विशेष मदद करेगी. इस बार बजट में अभूतपूर्व मदद मिली है. उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, ये हमारी मांग थी लेकिन बिहार के विकास के लिए हमें विशेष मदद की जरूरत थी. केंद्र की सरकार ने बिहार के विकास के लिए एक से एक योजनाओं के लिए जो राशि स्वीकृत की, उसने बिहार के विकास के लिए नए रास्ते खुलेंगे।
विशेष राज्य पर विपक्ष का हंगामा: विजय चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले विशेष राज्य के दर्जे की मांग बिहार के लिए की थी. हालांकि तब की यूपीए की सरकार ने उस मांग को खारिज कर दिया था. इसीलिए बिहार के विरोधी दलों को बिहार का विकास पच नहीं रहा है. केंद्र मदद करे, ये भी विरोधी नहीं चाहते. उन्होंने चुटीले अंदाज में कहा कि हम तो विरोधी दलों से भी कहेंगे कि आप लोग भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दें।
विपक्ष पर भड़के सीएम नीतीश: हालांकि इसके बावजूद विपक्ष का हंगामा जारी. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष पर भड़क उठे. उन्होंने कहा कि जो लोग घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, यही वे लोग हैं जिन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को खारिज कर दिया था. सीएम के हमलावर रुख के बाद भी विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए. विपक्ष के विधायक सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल गए. विपक्षी विधायकों ने कहा कि बिहार को केंद्र ने झुनझुना देकर ठग लिया है।
“आज जितना लोग बोल रहे हैं. जब उनकी (कांग्रेस-आरजेडी की यूपीए सरकार) पार्टी केंद्र में थी. हम तो 2010 के बाद से ही विशेष राज्य को लेकर पटना से लेकर दिल्ली तक आंदोलन कर रहे थे. हमने जितना काम करवाए, उसे देखने के लिए लोग आए. 2014 के बाद तो हमलोग हम अलग हट गए लेकिन इसके लिए बोलते रहे. हमलोग शुरू से कह दिए कि विशेष राज्य नहीं तो विशेष मदद दीजिए. इसलिए वो लोग (विपक्ष) बिना मतलब का कह रहे हैं.”- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
विशेष राज्य का मुद्दा खत्म हो गया?: वहीं, विधानसभा से बाहर आने पर जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या आगे भी विशेष राज्य के दर्जे की मांग करेंगे या ये मुद्दा खत्म हो गया? इस सवाल पर बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, हमलोग विशेष राज्य का दर्जा कह रहे थे और बहुत लोगों का कहना था कि पहले से विशेष राज्य का दर्जा बंद कर दिया गया है तो उसके चलते बिहार के विकास के लिए मदद चाहिए था, तो वो तो करना शुरू कर दिए हैं ना अब।