चीन की सीमा से लगे म्यांमार के एक शहर पर दूसरे देश द्वारा कब्जा कर लिया गया है। म्यांमार की सेना को दुश्मनों के सामने हथियार डालना पड़ा है। म्यांमार के सैनिकों ने दुश्मनों के सामने समर्पण कर दिया। इसके बाद मुश्किल से उनकी जान बची। म्यांमार की सैन्य सरकार ने अपने शहर पर दुश्मनों द्वारा कब्जा कर लिए जाने की बात को स्वीकार किया है। म्यांमार की सरकार ने बताया कि उसने चीन से लगी उत्तर-पूर्वी सीमा के निकट एक प्रमुख शहर से अपने बलों को हटा लिया है। म्यांमार के सैन्य बलों के हथियार डालने और वापस जाने की अनुमति मिलने के बाद बृहस्पतिवार को ‘द थ्री ब्रदरहुड अलायंस’ ने लाउककैंग शहर पर नियंत्रण कर लिया।
दोनों पक्षों ने शनिवार को चीन सीमा से लगे इस शहर पर कब्जे की यह जानकारी दी। लाउककैंग कोकांग स्वशासित क्षेत्र की राजधानी है, जो भौगोलिक रूप से म्यांमा के शेन राज्य का हिस्सा है। ‘द थ्री ब्रदरहुड अलायंस’ नामक गठबंधन में ‘म्यांमा नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी’ (एमएनडीडीए), तांग नेशनल लिबरेशन आर्मी और ‘अराकान आर्मी’ शामिल हैं। एमएनडीएए जातीय रूप से चीनी कोकांग अल्पसंख्यकों का सैन्य बल है। गठबंधन ने 27 अक्टूबर को हमले शुरू किए थे, जिनका प्राथमिक उद्देश्य शहर पर कब्जा करना था।
स्थानीय कमांडरों ने छोड़ा शहर
म्यांमा सरकार के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन तुन ने सैन्य समर्थक वेबसाइट ‘पॉपुलर न्यूज जनरल’ को शनिवार को बताया कि सेना और उसके स्थानीय कमांडरों ने वहां ठहरे सैनिकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा समेत विभिन्न पहलुओं पर विचार के बाद लाउककैंग से नियंत्रण छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सेना ने चीन के साथ म्यांमा के संबंधों पर भी विचार किया है। चीन के सेना और जातीय गठबंधन दोनों से अच्छे संबंध हैं तथा वह लड़ाई बंद करने का अनुरोध कर रहा है।