‘ये मानवीय नहीं, संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे मामले में स्वत:संज्ञान लेना चाहिए’, मुख्तार अंसारी की मौत पर तेजस्वी यादव
यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी की यूपी की बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई. ये खबर मिलते ही अफरातफरी मच गई. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर जेल प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं. दरअसल, कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी के परिवार ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उन्हें धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है. इसी बीच उनकी मौत की खबर से उनका परिवार और समर्थक सदमे में हैं।
”कुछ दिन पूर्व मुख्तार अंसारी ने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है. फिर भी उसे गंभीरता से नहीं लिया गया. प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता. संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए.”- तेजस्वी यादव, पूर्व डिप्टी सीएम, बिहार
‘मौत पर स्वत: संज्ञान लें संवैधानिक संस्थाएं’ : तेजस्वी यादव ने मुख्तार अंसारी के इंतकाल पर दुख जताया और परिवार को दुख सहने की प्रार्थना भी की. उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी की शिकायत को समय रहते जेल प्रशासन ने नजरअंदाज न किया होता तो उनकी मौत न होती. मुख्तार अंसारी की मौत न्याय संगत और मानवीय नहीं है. तेजस्वी यादव ने संवैधानिक संस्थाओं को इस केस में स्वत: संज्ञान लेने की अपील की।
कौन हैं मुख्तार अंसारी : मुख्तार अंसारी माफिया डॉन था और यूपी में 5 बार विधायक भी रह चुके हैं. उन्हें 2 मामलों में उम्रकैद की भी सजा हो चुकी थी. इनके और परिवार के ऊपर 90 से अधिक संगीन केस दर्ज हैं. बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी मुख्य आरोपी रहे हैं. फिलहाल पंजाब से ये यूपी की बांदा जेल में शिफ्ट हुए थे. जेल में मुख्तार अंसारी ने आरोप लगाया था कि उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है. दुनिया को डराने वाला माफिया अपने आखिरी वक्त में डर के साये में रहकर दुनिया को अलविदा कह गया।
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