”यह शर्मनाक है, अब इनकी हिंसा संसद तक पहुंची”… संसद परिसर में हई धक्का-मुक्की पर Kangana Ranaut ने दिया बयान

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गुरुवार को संसद परिसर में हुए धक्का-मुक्की कांड पर बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने इसे बेहद शर्मनाक घटना करार देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की हिंसा अब संसद तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि आज सांसदों को चोटें आई हैं, खून भी बहा है, और यह सब कांग्रेस के हाथों हुआ है।

क्या हुआ संसद परिसर में?
गुरुवार सुबह संसद भवन परिसर में उस समय तनाव पैदा हो गया, जब लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बीजेपी सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी संसद भवन के अंदर प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, तभी अचानक बीजेपी सांसदों के साथ उनका विवाद शुरू हो गया। प्रताप सारंगी, जो ओडिशा के बालासोर से बीजेपी के सांसद हैं, ने आरोप लगाया कि जब वह सीढ़ियों पर खड़े थे, तो राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वह सांसद उनके ऊपर गिर पड़े, जिसके बाद वह खुद भी गिर गए। प्रताप सारंगी ने कहा कि उन्हें गंभीर चोटें आईं और इस पूरी घटना को लेकर उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाए। प्रताप सारंगी के अनुसार, यह पूरी घटना इस हद तक बढ़ी कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जब वे अस्पताल जा रहे थे, तो उन्होंने सीधे तौर पर राहुल गांधी पर आरोप लगाया और कहा कि राहुल ने जानबूझकर उन्हें और अन्य सांसदों को धक्का दिया। इसके बाद बीजेपी के अन्य सांसदों ने भी राहुल गांधी पर इसी प्रकार की हिंसा करने का आरोप लगाया।

कंगना रनौत की प्रतिक्रिया
बीजेपी सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। कंगना ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से शर्मनाक है और यह दर्शाती है कि कांग्रेस पार्टी की हिंसा अब संसद तक पहुंच गई है। कंगना ने कहा, “हमारे सांसद को चोट लगी है, खून भी निकला है। यह पूरी घटना शर्मनाक है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा झूठ बोला है और अब इनकी हिंसा संसद भवन तक पहुंच चुकी है। यह उनकी क्रूरता और हिंसा का परिणाम है।” कंगना ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने हमेशा डॉ. बीआर अंबेडकर और संविधान का अपमान किया है, और आज उनकी हिंसा ने संसद में प्रवेश किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी बार-बार संविधान और लोकतंत्र का उल्लंघन कर रही है और आज उनकी हिंसा ने सांसदों को चोटिल किया। कंगना ने इस घटना को कांग्रेस की राजनीति का एक स्पष्ट उदाहरण बताया, जिसमें सत्ता के लिए किसी भी स्तर पर गिरने की क्षमता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि जब तक कांग्रेस सत्ता में थी, तब तक उन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश की राजनीति को संकट में डाला और आज यह हिंसा संसद तक पहुंच चुकी है।

कांग्रेस और उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया
इस घटना पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के स्वभाव में कभी किसी को धक्का देना नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मैं राहुल गांधी को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं, वह कभी किसी को धक्का नहीं देंगे। इस घटना को लेकर जो आरोप लगाए गए हैं, वह पूरी तरह से गलत और हास्यास्पद हैं।” वहीं, कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए इसे भा.ज.पा. का नाटक करार दिया। उन्होंने कहा कि यह पूरी घटना भाजपा के ‘अंबेडकर विरोधी अमित शाह को बचाओ मिशन’ का हिस्सा है। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्षी दलों और विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी को चुप कराने के लिए इस तरह के नाटक कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से विपक्षी दल संसद में सरकार के खिलाफ सवाल उठा रहे हैं और भाजपा सत्ता बनाए रखने के लिए इस प्रकार के नाटक रच रही है।

बीजेपी सांसदों की ओर से आरोप
प्रताप सारंगी ने घटना के बाद एक बयान में कहा कि वह सीढ़ियों पर खड़े थे और राहुल गांधी के अचानक धक्का देने से वह गिर पड़े। उन्होंने दावा किया कि यह पूरी घटना जानबूझकर की गई और इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इसके अलावा, बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत ने भी राहुल गांधी पर धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह घटना कांग्रेस पार्टी के नेताओं की ओर से की गई हिंसा का उदाहरण है, जो संसद में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस की शिकायत
कांग्रेस पार्टी ने इस घटना के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर राहुल गांधी के साथ हुई धक्का-मुक्की की शिकायत की है। कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी को संसद भवन में प्रवेश करने से रोका गया और बीजेपी के सांसदों ने उन्हें धक्का दिया। राहुल गांधी ने इस घटना पर कहा, “सभी कैमरों में यह घटना कैद हो गई है। मुझे सदन में जाने की कोशिश करते हुए धक्का दिया गया। बीजेपी के सांसदों ने मुझे और मल्लिकार्जुन खड़गे जी को धक्का दिया और हमें संसद में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की। लेकिन हमें इस प्रकार की धक्का-मुक्की से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, हम अपना काम करते रहेंगे।”

संसद भवन में बढ़ते तनाव की ओर इशारा
यह घटना संसद में बढ़ते राजनीतिक तनाव को दर्शाती है। पिछले कुछ दिनों से विपक्षी दलों और खासकर कांग्रेस पार्टी ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की थी। इस बीच, विपक्ष ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है, जबकि भाजपा ने इसे कांग्रेस के गढ़े हुए षड्यंत्र का हिस्सा बताया। संसद में इस प्रकार की घटनाएं और विवाद दर्शाते हैं कि भारतीय राजनीति अब केवल शब्दों तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह शारीरिक संघर्ष और हिंसा तक पहुंच चुकी है।

यह घटनाएं निश्चित रूप से भारतीय लोकतंत्र के लिए एक चिंताजनक संकेत हैं, जहां राजनीतिक असहमति अब न केवल सार्वजनिक मंचों पर, बल्कि संसद जैसे पवित्र स्थान पर भी हिंसक रूप ले रही है। संसद परिसर में हुई इस धक्का-मुक्की ने राजनीतिक गलियारों में नई हलचल मचाई है। कंगना रनौत और बीजेपी सांसदों के आरोपों के बीच, यह घटना भारतीय राजनीति में बढ़ते संघर्ष और असहमति का प्रतीक बन गई है। अब यह देखना होगा कि लोकसभा अध्यक्ष और अन्य राजनीतिक दल इस घटनाक्रम पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं, और क्या इससे भारतीय लोकतंत्र की प्रक्रिया में कोई बदलाव आता है।