देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज ‘पंबन’ (First Vertical Lift Railway Sea Bridge) मछली पकड़ने वाली नौकाओं के लिए इसे खोल दिया गया है. नवंबर 2019 में इस नए पंबन ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था, जबकि मार्च 2019 में पीएम इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹279.63 करोड़ है.
यह पुल 2.05 किमी लंबा है और समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा है. नया पंबन ब्रिज (New Pamban Bridge) पंबन और रामेश्वरम के बीच रेल यातायात को बढ़ाएगा. धनुषकोडी की यात्रा पर जाने वाले यात्री भी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे. बता दें, देश का नया पंबन ब्रिज प्रतिष्ठित पुराने पम्बन पुल की जगह ले रहा है.
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक समेत भारत के खूबसूरत Bridge
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, भारत का एक और शानदार और अद्भुत पुल है. भारत का ये सबसे लंबा समुद्री पुल बनकर लगभग तैयार है. लगभग ₹18,000 करोड़ रुपए की लागत से इसे बनाया जा रहा है. 2023 के आखिर तक यह आम जनता के लिए खोला जा सकता है. इस पुल के बनने से कई शहरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी.
‘मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक’ 22 किलोमीटर लंबा 6 लेन का पुल है. इसके जरिए पुणे, गोवा और बेंगलुरू तक की दूरी कम हो जाएगी. ये भारत का पहला पुल होगा जिस पर ओपन रोड टोलिंग सुविधा होगी. इस सिस्टम से ड्राइर्स बिना रुके ही इलेक्ट्रॉनिकली टोल दे सकेंगे. इस पुल पर गाड़ियां 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ेंगी.
भारत का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज चिनाब भी तैयार है!
चिनाब ब्रिज, चिनाब नदी पर भारत का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर तैयार है. नदी के तल से इस पुल की ऊंचाई 359 मीटर, यानी 1178 फीट है. ये एक आर्क ब्रिज है और एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है. जम्मू-कश्मीर में बने इस ब्रिज की निर्माण लागत 1400 करोड़ है. यह रिएक्टर स्कैल पर 8 तीव्रता के भूकंप का सामना कर सकता है. चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक का हिस्सा है, जो जम्मू-कश्मीर में ₹35000 करोड़ रुपए का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसके लिए लोगों को 2 दशकों का लंबा इंतजार करना पड़ा.
बॉलस्ट्रिंग-गर्डर गोदावरी आर्क ब्रिज भी बेहद खास है
गोदावरी आर्क ब्रिज एक बॉलस्ट्रिंग-गर्डर ब्रिज है, जो भारत के राजमुंदरी में गोदावरी नदी तक फैला है. यह गोदावरी नदी पर बने तीन पुलों में से नवीनतम है. इसका नाम एशिया के सबसे लंबे समय तक चलने वाले प्रीस्ट्रेस्ड कंक्रीट आर्क पुलों की सूची में शीर्ष पर दर्ज है. यह राजमुंदरी के मान्यता प्राप्त प्रतीकों में से एक है.
एशिया का दूसरा सबसे लंबा रेल-सड़क पुल ‘बोगीबील’
ब्रह्मपुत्र नदी पर बने इस पुल की लंबाई करीब 4.94 किलोमीटर है. इसकी अनुमानित लागत 5900 करोड़ रुपये है. बोगीबील पुल के नीचे की तरफ दो रेल लाइन बिछाई गई हैं. साथ ही उसके ऊपर तीन लेन की सड़क बनाई गई है, जिस पर भारी सैन्य टैंक आसानी से गुजर सकेंगे. इस पुल का उद्घाटन 25 दिसंबर, 2018 को किया गया था.