गुजरात के एक शख्स चिंताहरण ने पिछले 36 साल से महिला की वेश-भूषा में अपना जीवन बिताया है। दाढ़ी-मूंछ वाला यह शख्स साड़ी पहनता है सिंदूर लगाता है और महिलाओं जैसी श्रृंगार करता है। यह अजीबोगरीब आदत उसने भूत-प्रेत के खौफ में आकर अपनाई है। चिंताहरण का कहना है कि एक आत्मा उसे परेशान कर रही है और उसे महिलाओं की तरह जीने के लिए विवश कर दिया है।
चिंताहरण ने बताया कि तीन शादियां करने के बाद उसकी दूसरी पत्नी जो बंगाली थी की मृत्यु हो गई। उसके बाद उसे एक सपना आया जिसमें उसकी पत्नी की आत्मा ने उसे चेतावनी दी कि अगर उसने महिलाओं की तरह श्रृंगार नहीं किया तो उसकी जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी। इसके बाद चिंताहरण ने महिलाओं की तरह साड़ी पहनने, सिंदूर लगाने और लिपिस्टिक लगाने की आदत डाल ली।
उनका कहना है कि इस आदत के बिना उनकी तबियत खराब हो जाती है और वह ठीक नहीं रहते। इस अजीबोगरीब स्थिति को लेकर गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ लोग इसे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या मानते हैं जबकि कुछ इसे भूत-प्रेत का असर बताते हैं। इस मामले को अंधविश्वास से भी जोड़ा जा रहा है।
चिंताहरण का मानना है कि आत्मा का आदेश है कि अगर वह सोलह श्रृंगार करेगा तो ही उसकी जिंदगी लंबी चलेगी।
हालांकि इस मामले में कई लोग चिंताहरण को सही इलाज की सलाह दे रहे हैं। उनका मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य के लिहाज से यह स्थिति सही नहीं है और इसे किसी चिकित्सकीय मदद की जरूरत है।
वहीं यह घटना बताती है कि कैसे कभी-कभी मानसिक और भावनात्मक परेशानी व्यक्ति को ऐसी असामान्य आदतों और विश्वासों की ओर खींच सकती है। क्या चिंताहरण को मानसिक उपचार की आवश्यकता है या यह सच में किसी भूत-प्रेत का असर है यह एक बड़ा सवाल है।