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शिवराज और खट्टर को कैबिनेट मंत्री बनाने के पीछे PM मोदी का ये प्लान, सब हैरान

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मोदी 3.0 में कैबिनेट शपथ ले चुकी हैं। सभी मंत्रियों को अपने-अपने पोर्टफोलियो भी बांट दिए गए हैं। पीएम मोदी की इस बार की टीम में नए चेहरों और अनुभव दोनों को महत्व दिया गया है। पीएम मोदी की कैबिनेट में सर्बानंद सोनोवाल, मनोहरलाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान, एचडी कुमारस्वामी और जीतन राम मांझी को कैबिनेट में जगह दी गई है। कुल मिलाकर 6 पूर्व सीएम मोदी की नई कैबिनेट का हिस्सा है। जानकारों की मानें तो इनके आने से कामों में तेजी आएगी क्योंकि शिवराज सिंह चौहान और खट्टर के पास सीएम के तौर पर काम करने का लंबा अनुभव है।

बता दें कि पीएम ने सभी पूर्व सीएम को जिम्मेदारी वाले मंत्रालय भी सौंपे हैं। शिवराज सिंह चौहान को कृषि और ग्रामीण विकास, मनोहरलाल खट्टर को शहरी आवास, एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग, जीतनराम मांझी को MSME और सर्बानंद सोनोवाल को पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

कुछ ऐसा है पीएम मोदी का सोशल इंजीनियरिंग

पीएम मोदी ने अपनी नइ्र्र टीम में सोशल इंजीनियरिंग का भी पूरा ध्यान रखा है। कुल 72 में से 47 मंत्री ओबीसी, एससी-एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय से बनाए गए हैं। मोदी कैबिनेट में 27 मंत्री ओबीसी, 10 एससी, 5 एसटी और 5 माइनोरिटी से आते हैं। वहीं 43 से अधिक मंत्री तीन या इससे अधिक बार सांसद रह चुके हैं। 39 के पास केंद्रीय मंत्री के तौर पर काम करने का अनुभव है। वहीं 23 मंत्री राज्य सरकारों में भी मंत्री रह चुके हैं। इसके साथ ही इस बार सहयोगी दलों के 11 सांसदों को भी मंत्री बनाया गया है।

मोदी की कैबिनेट में सबसे बड़ी जीत वाले मंत्री भी

पीएम मोदी की इस कैबिनेट में ऐसे मंत्री भी शामिल है जिन्होंने चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। इनमें अमित शाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सीआर पाटिल जैसे चेहरे शामिल हैं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा से 8 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। जबकि अमित शाह ने 7 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। गुजरात के नवसारी से सीआर पाटिल ने भी 7 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की।


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