भागलपुर। दिवाली चित्रा नक्षत्र व विष्कुंभ योग में 31 अक्टूबर को मनायी जायेगी। इस दिन अमावस्या तिथि की शुरुआत दोपहर 311 से शुरू होकर एक नवंबर को संध्या 512 तक रहेगा।
जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि गोधूलि बेला में अमावस्या तिथि होने के कारण दीपावली 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। रात्रि में सिंह लग्न में काली की प्रतिमा भी स्थापित होगी। उन्होंने बताया कि वैदेही, ऋषिकेश और विश्वविद्यालय इन तीनों पंचांगों के अनुसार दीपावली का पर्व सर्वसम्मत रूप से 31 अक्टूबर को मनाने की बात कही गयी है। पंचांग के अनुसार इस साल अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर के बाद 3 11 पर शुरू होकर एक नवंबर को शाम 5 12 मिनट तक रहेगा। 31 अक्टूबर की रात को अमावस्या तिथि विद्यमान रहेगी। इसलिए इस दिन ही दीपावली मनाया जायेगा।