जन्माष्टमी की धूम हर जगह दिखने लगी है, कृष्ण भक्त कई दिनों पहले से जन्माष्टमी की तैयारियों में जुट जाते हैं। कोई घर में भगवान कृष्ण की झांकी सजाता है तो कोई इस खास दिन पर कृष्ण की नगरी मथुरा, वृंदावन और द्वारका जाता है। इन शहरों में जन्माष्टमी के दौरान एक अलग ही मनमोहक माहौल देखने को मिलता है। यहां हम आपको गुजरात में स्थित द्वारका जिसे भगवान श्रीकृष्ण की नगरी कहा जाता है, वहां के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
द्वारका कहां है
गुजरात के द्वारका जिले में स्थित द्वारका मंदिर भगवान श्री कृष्ण जी को समर्पित है। द्वारकाधीश मंदिर में मनाई जाने वाली जन्माष्टमी देखने के लिए लोग देश ही नहीं विदेशों से भी आते हैं। यहां के कृष्ण भक्ति में डूबे नजारे देखने के बाद आपका द्वारका से वापस आने का मन नहीं करेगा।
श्री द्वारकाधीश मंदिर कैसे पहुंचे
गुजरात राज्य में स्थित द्वारकाधीश मंदिर पहुंचने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन या बस की सेवा ले सकते हैं। देश के कई शहरों से द्वारका पहुंचने के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बसें चलती हैं।
फ्लाइट से द्वारका
द्वारका जाने वाले पर्यटकों को पोरबंदर एयरपोर्ट जाना होगा, जो द्वारका मंदिर से करीब 108 किमी. की दूरी पर स्थित है। पोरबंदर एयरपोर्ट से से द्वारकाधीश मंदिर पहुंचने के लिए आपको बस, टैक्सी आसानी से मिल जाएगी।
ट्रेन से द्वारका
द्वारका में एक छोटा रेलवे स्टेशन होने की वजह से यहां से कम ही शहरों से सीधे ट्रेन पहुंचती है, ऐसे में आप राजकोट जंक्शन पहुंच सकते हैं, जहां से द्वारका आप बस या टैक्सी से पहुंच सकते हैं।