कहते हैं मन में दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति हो तो कोई भी मंजिल पा सकते हैं. कुछ ऐसा ही देखने को मिला जबझारखंड के तीन युवक पैदल अयोध्या के लिए निकल पड़े. तीनों रामभक्त के हाथों में राष्ट्रीय ध्वज और जय श्रीराम पताका है. साथ ही जय श्री राम के नारे लगाते हुए तीनों आगे बढ़ रहे हैं. झारखण्ड से नौ सौ किलो मीटर की दूरी तय कर पैदल कैमूर पहुंचे जहां उन्हें देख लोग दंग रह गए।
अयोध्या पैदल यात्रा
कैमूर के मोहनिया एनएच 2 पर रविवार की सुबह कड़ाके की ठंड में पैदल चलते हुए मिले. 3 युवक झारखंड के अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं. अयोध्या में राम मंदिर बनने पर रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा आगामी 22 जनवरी को होने वाली है. इसकी खुशी में झारखंड से 900 किलोमीटर की दूरी तय कर अयोध्या के लिए पैदल ही निकल गए।
मंदिर निर्माण से उत्साह
इस कड़ाके की ठंड में जहां सभी लोग अपने घरों में पड़े हुए हैं. वहीं झारखंड के ये तीन युवक विक्की महतो, कुंदन महतो और रवि कुमार 24 दिसंबर को झारखंड से पैदल निकले हैं और 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचने का लक्ष्य है. वहीं कुंदन महतो बताते हैं कि “जब प्रभु श्रीराम भगवान होकर अपने माता-पिता का मान रखने के लिए 14 वर्षों तक वनवास में रह सकते हैं और पथरीले और कांटों पर चल सकते हैं तो फिर हम लोग उनके मन्दिर के निर्माण की खुशी में और उनके स्वागत में पैदल क्यों नहीं चल सकते हैं” मंदिर निर्माण को लेकर हम युवाओं में काफी उत्साह है. जिसके वजह से हम लोग पैदल ही उनके दर्शन के लिए निकल पड़े हैं।
झारखंड से पहुंचे कैमूर
बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है. इस समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे. कार्यक्रम में हजारों गणमान्य लोग और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल होंगे. अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक हफ्ते पहले 16 जनवरी से शुरू होगा।