सीवानः कभी-कभी न चाहते हुए भी कुछ घटनाएं रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो जाती हैं और इस रिकॉर्ड बुक में नया नाम दर्ज हुआ है सीवान का, जिसने एक दिन में तीन पुल गिरने का रिकॉर्ड बना डाला है. बिहार में लगातार गिरते पुल के बीच एक दिन में तीन पुल गिरने के बाद सीवान इस मामले में नंबर वन पर आ गया है।
गंडक नदी पर बना पुल टूटाः पुल टूटने की पहली घटना जिले के महाराजगंज अनुमंडल के देवरिया गांव की है. जहां गंडक नदी पर बने पुल का अंतिम पाया जमीन में धंस गया और टूट गया. गांववालों के मुताबिक करीब 40 साल पुराने इस पुल की न देखरेख होती है और न ही मरम्मत होती है. हालांकि ग्रामीण इसको लेकर कई बार मांग कर चुके है और आखिरकार पुल टूट ही गया. इस पुल के टूट जाने के बाद 12 गांव के लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
पानी की धारा में बहा पुलः पुल धराशायी होने की दूसरी घटना महाराजगंज प्रखंड में हुई जहां नवतन और सिकंदरपुर के बीच बना पुल धराशायी हो गया. पुल ध्वस्त होने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और दोनों तरफ से बांस लगाकर रास्तो को बंद कर दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि “कुछ दिन पहले ही इसका चौड़ीकरण किया गया था. इस दौरान ज्यादा मिट्टी काट दी गयी थी. नतीजा पाया धंस गया. पुल पानी के तेज बहाव को सह न सका और धराशायी हो गया।
बन गया रिकॉर्डः पुलों के गिरने का सिलसिला यहीं नहीं थमा. तीसरा पुल भी बुधवार का ही इंतजार कर रहा था. ये पुल भी महाराजगंज प्रखंड के ही धमही गांव में ध्वस्त हुआ. ये पुल गंडक नदी पर बना था और यकायक जमींदोज हो गया. एक-एक कर तीन पुल गिरने की घटनाओं से गंडक विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ प्रशासन और सरकार पर भी सवाल खड़े हो गये हैं।
“सीवान जिले में पुलों के गिरने की घटनाओं को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. इसको लेकर गंडक विभाग के कर्मचारियों से बात की गयी है और जल्द से जल्द ने पुल बनाए जाएंगे.”-मुकुल कुमार गुप्ता, जिलाधिकारी, सीवान