Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

पटना में बनेंगे तीन फाइव स्टार होटल, नीतीश कैबिनेट ने दी स्वीकृति

ByRajkumar Raju

सितम्बर 10, 2024
3173028 bihar five star hotel jpg

बिहार में पर्यटकों की बढ़ती संख्या और बेहतर औद्योगिक वातावरण को ध्यान में रखते हुए राजधानी पटना में तीन नए पांच सितारा होटलों के निर्माण को आज राज्य कैबिनेट की स्वीकृति प्रदान की गयी है। राजधानी पटना में होटल पाटलिपुत्र अशोक, बांकीपुर बस स्टैंड एवं सुल्तान पैलेस परिसर की भूमि पर पीपीपी मोड पर पाँच सितारा होटलों का निर्माण किया जाएगा।

पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने कैबिनेट में इस निर्णय पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा है कि राज्य में बेहतर औद्योगिक वातावरण और पर्यटकों की सुविधा हेतु पटना में उच्च स्तरीय होटल के निर्माण की आवश्यकता महसूस हो रही थी, तीन नए पाँच सितारा होटलों का निर्माण किये जाने से आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि तो होगी ही साथ ही साथ रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे।

तीन नए पाँच सितारा होटलों के निर्माण कार्य से संबंधित जानकारी देते हुए नीतीश मिश्रा ने बताया कि आधुनिक निर्माण के साथ विरासत संरक्षण को भी ध्यान में रखते हुए सुल्तान पैलेस के वर्तमान ऐतिहासिक भवन को संरक्षित रखते हुए उक्त भूमि पर पाँच सितारा हेरिटेज होटल का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही होटल पाटलिपुत्र अशोक एवं बांकीपुर बस स्टैंड परिसर की भूमि पर अवस्थित वर्तमान संरचना/भवन को हटाकर उक्त भूमि पर नए पाँच सितारा होटल का निर्माण किया जाएगा।

होटल पाटलिपुत्र अशोक की भूमि पर कम से कम 100 कमरों तथा बांकीपुर बस स्टैंड एवं सुल्तान पैलेस परिसर की भूमि पर कम से कम 150-150 कमरों की क्षमता वाले पाँच सितारा होटलों का निर्माण किया जाएगा, साथ ही शेष भू-खण्ड पर चार सितारा होटलों का निर्माण वैकल्पिक रहेगा एवं बाध्यकारी नहीं होगा। इन तीनों पाँच सितारा होटलों के निर्माण हेतु प्रस्तावित तीनों भू-खण्डों का मिश्रित उपयोग अर्थात Hospitality Sector एवं Public Market (Retail Sector) हेतु उपयोग में लाया जाएगा। इस कार्य के निमित्त लीज की अवधि 60 वर्ष की होगी, जिसका विस्तार इसके उपरांत 30 वर्षों के लिए किया जा सकेगा।


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading