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पेपर लीक माफिया संजीव मुखिया पर तीन लाख का इनाम, दो अन्य पर एक-एक लाख,STF की बड़ी कार्रवाई

ByKumar Aditya

अप्रैल 11, 2025
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पटना से रिपोर्ट | 11 अप्रैल 2025 बिहार में सिपाही भर्ती, बीपीएससी और नीट-यूजी जैसी अहम परीक्षाओं में पेपर लीक कांड के मुख्य साजिशकर्ता संजीव कुमार सिंह उर्फ संजीव मुखिया उर्फ लुटन मुखिया की गिरफ्तारी के लिए बिहार पुलिस ने तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। उसके साथ फरार चल रहे नालंदा निवासी भगिना शुभम कुमार और अरवल निवासी राजकिशोर कुमार पर भी एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

यह इनाम राज्य पुलिस मुख्यालय के एडीजी (मुख्यालय सह एसटीएफ) कुंदन कृष्णन के आदेश पर घोषित किया गया है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लन की अनुशंसा पर यह निर्णय लिया गया। इनाम की वैधता दो वर्षों के लिए होगी। गिरफ्तारी में सहयोग करने वाले आम नागरिकों या पुलिसकर्मियों को यह राशि दी जाएगी।

संजीव मुखिया की संपत्ति होगी कुर्क
नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला संजीव मुखिया चार बड़े पेपर लीक मामलों में आर्थिक अपराध इकाई की जांच के दायरे में है। दिसंबर 2024 में उसके खिलाफ कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था, जबकि जनवरी 2025 में इश्तेहार की कार्रवाई पूरी की गई थी। लगातार फरार चल रहे संजीव की अवैध संपत्ति की कुर्की की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

शुभम और राजकिशोर भी जांच के घेरे में
संजीव का भगिना शुभम कुमार बीपीएससी पेपर लीक मामले में अभ्यर्थी के रूप में पहले ही जेल जा चुका है। वह सिपाही बहाली पेपर लीक में भी वांछित है। वहीं अरवल का राजकिशोर कुमार भी इसी मामले में आरोपित है। ईओयू की जांच में उसके बैंक खातों में कई अभ्यर्थियों से रुपए ट्रांसफर होने के सबूत मिले हैं। वह पहले भी सेटिंग-गेटिंग के मामलों में जेल जा चुका है।

STF और EOU की संयुक्त कार्रवाई तेज
बिहार पुलिस की एसटीएफ और आर्थिक अपराध इकाई मिलकर पेपर लीक सिंडिकेट पर शिकंजा कसने में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इन फरार आरोपियों की गिरफ्तारी कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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