पश्चिम बंगाल में शुक्रवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हुए हमले पर एजेंसी का बयान आया है। एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के 24 परगना जिले में शुक्रवार को इसकी छापेमारी के दौरान एक भीड़ के हमले में इसके अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं और मोबाइल फोन एवं बटुआ जैसी उनकी वस्तुओं को लूट लिया गया। शुक्रवार देर शाम जारी एक आधिकारिक बयान में, संघीय एजेंसी ने कहा कि इसने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस में एक शिकायत दी है। ईडी की टीम पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में उत्तर 24 परगना स्थित संदेशखली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां के आवास पर तलाशी लेने गई थी।
एजेंसी ने कहा, ‘‘ईडी अधिकारियों के कर्तव्य निर्वहन करने के दौरान उनपर भीड़ (संदेह है कि शेख और उनके सहयोगियों के उकसावे पर) ने हमला किया। तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं, क्योंकि भीड़ जान लेने के मकसद से ईडी अधिकारियों की ओर बढ़ रही थी।’’ ईडी ने बताया कि घायल अधिकारियों का एक अस्पताल में इलाज हो रहा है। संघीय एजेंसी ने कहा कि अन्य अधिकारियों को अपनी जान बचाने के लिए तलाशी लिये बगैर मौके से भागना पड़ा, क्योंकि भीड़ बहुत हिंसक हो गई थी और यहां तक कि उसने अधिकारियों का पीछा भी किया, ताकि उन्हें अपना आधिकारिक कार्य करने से रोक सकें।
भीड़ ने अधिकारियों से सामान भी लूटा
ईडी ने बयान जारी करते हुए बताया, “भीड़ ने ईडी अधिकारियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, बटुआ आदि जैसी निजी/सरकारी वस्तुएं भी छीन या लूट लीं।’’ एजेंसी ने कहा, ‘‘दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी और आवश्यक कार्रवाई के लिए क्षेत्राधिकार रखने वाले पुलिस थाने में जरूरी शिकायत दी गई।’’ तलाशी टीम जैसे ही शेख के आवास पर पहुंची, दरवाजा अंदर से बंद पाया गया और उन्होंने इसे खोलने से इनकार कर दिया। एजेंसी ने कहा कि इसके अधिकारियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों की मदद से दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।
घटना के वक्त शाहजहां शेख घर के अंदर ही थे
एजेंसी ने बताया कि घटना के वक्त शाहजहां शेख घर के अंदर ही थे। इसके बाद, आधे घंटे के अंदर करीब 800 से 1000 व्यक्तियों की भीड़ ने ईडी की टीम की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। भीड़ में शामिल लोगों के हाथों में लाठी, पत्थर, ईंट आदि थी। उन्होंने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों को घेर लिया।’’ एजेंसी ने कहा, ‘‘अचानक भीड़ ने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया, उनपर पथराव किया तथा अधिकारियों और सीआरपीएफ के 27 कर्मियों पर लाठियों से हमला किया। ईडी अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की।’’ ईडी ने कहा कि भीड़ ने अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।