जमुई में गुरुवार शाम को आई तेज आंधी और वज्रपात ने भारी तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा में तीन महिलाओं की मौत हो गई। सिकंदरा प्रखंड के पोहे गांव में 65 वर्षीय यमुना तांती की पत्नी खेत में काम करते समय वज्रपात की चपेट में आ गईं। खैरा प्रखंड के मिल्की में रंजू कुमारी की भी वज्रपात से मौत हुई। जमुई प्रखंड के नवीनगर गांव में 25 वर्षीय ललिता देवी के कच्चे घर पर ताड़ का पेड़ गिरने से उनकी मौत हो गई।
55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी ने जिले में व्यापक नुकसान पहुंचाया। सिकंदरा में श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ का विशाल पंडाल पूरी तरह ध्वस्त हो गया। अलीगंज और सिकंदरा के बीच दर्जनों पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ।
बरहट प्रखंड के ढांडा गांव में एक विशाल पेड़ घर पर गिरा। उपरी महिसौडी में एक मिट्टी की दीवार गिर गई। तेज हवाओं और बारिश से गेहूं की फसल की कटाई का कार्य रुक गया। आंधी से पहले आसमान में काले बादल छाए और धूल भरी आंधी चली, जिससे लोग इधर-उधर भागते नजर आए।