भारतीय टीम इस समय घरेलू जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है। इस सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम ने रोमांचक तरीके से 2 विकेट से मैच को अपने नाम किया था, जिसमें कप्तान सूर्यकुमार और ईशान ने शानदार पारियां खेली थी। हालांकि इस मैच के बाद जिस एक खिलाड़ी की चर्चा सबसे ज्यादा देखने को मिली वह रिंकू सिंह हैं जो अपनी मैच फिनिश करने की काबिलियत से सभी को प्रभावित कर रहे हैं। अब दूसरे टी20 मैच से पहले तिलक वर्मा ने भी रिंकू की इस खास प्रतिभा को लेकर बयान देते हुए कहा कि वह उनसे इस कला को सीखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
उम्मीद है कि आगामी मैचों में मैं भी ऐसा करने में सफल रहूं
भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में खेलना है। इस मैच को लेकर टीम की तैयारियों पर प्रेस से बात करने आए तिलक वर्मा ने रिंकू सिंह के मैच फिनिश करने की प्रतिभा को लेकर भी बात की। तिलक ने अपने बयान में कहा कि मैच को कैसे फिनिश करना है इसकी कला मैं रिंकू से सीख रहा हूं क्योंकि वह लगातार ऐसा कर रहे है। मैं भी ऐसा करना चाहता हूं और उम्मीद है कि आगामी मैचों में मैं ऐसा करने में सफल रहूंगा। मुझ पर अपेक्षाओं का दबाव नहीं है। मेरी एक भूमिका है और मुझे टीम के लिए वह भूमिका निभानी है। मुझे नंबर पांच पर अपनी भूमिका निभानी है और परिस्थिति के अनुसार लंबे शॉट खेलने हैं या फिर स्ट्राइक रोटेट करनी है। पिछले मैच में एक छोर से लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहा था और मैं उस पर हावी होना चाहता था क्योंकि तब हमें प्रति ओवर 10 रनों की जरूरत थी। इसलिए यह फैसला किया गया कि मैं लेग स्पिनर पर जबकि सूर्यकुमार यादव तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाएंगे।
मैं लक्ष्य अपनी फॉर्म को बरकरार रखने पर
तिलक वर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में बल्ले से कोई खास योगदान देने में कामयाब नहीं हो सके थे और 10 गेंदों में सिर्फ 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। तिलक जो वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं थे उन्होंने इस सीरीज से पहले अपनी तैयारियों को लेकर कहा कि इस सीरीज के शुरू होने से पहले मैं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेला था और वहां पर मेरा प्रदर्शन बेहतर रहा था। मैं अपने प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त था और इसलिए मैंने किसी खास क्षेत्र पर काम नहीं किया लेकिन मेरा लक्ष्य अपनी अच्छी फॉर्म को बरकरार रखना था।