बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मुकाबले में श्रीलंकाई बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट देने पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अंपायर ने एंजेलो मैथ्यूज को जल्दी ग्राउंड में नहीं आने के कारण टाइम आउट करार दे दिया। इसके बाद से ही श्रीलंकाई खिलाड़ियों के चेहरे पर गुस्सा सीधे तौर पर देखा जा रहा है। यह विवाद इतना अधिक बढ़ गया है कि खेल खत्म होने के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने बांग्लादेश खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से भी इनकार कर दिया है।
शुरू से ही विवादों में रहा मुकाबला
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में श्रीलंका बनाम बांग्लादेश विश्व कप 2023 मैच न केवल इस टूर्नामेंट के बल्कि विश्व कप के पूरे इतिहास में सबसे विवादास्पद मैचों में से एक के रूप में जाना जाएगा। मैच में शुरुआत से ही गर्माहट थी, चाहे वह श्रीलंका के कप्तान कुसल मेंडिस और बांग्लादेश के तेज गेंदबाज तंजीम हसन शाकिब के बीच वाकयुद्ध हो या चैरिथ असलांका और बांग्लादेश के गेंदबाजों के बीच घूरने का खेल हो। इस कड़ी में यह विवाद और बढ़ गया जब 25वें ओवर में राउंडर एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट दे दिया गया। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में टाइम आउट दिए जाने वाले पहले क्रिकेटर बने।
बांग्लादेश ने क्रिकेट का सम्मान नहीं किया- मैथ्यूज
इसके बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोशल मीडिया हो, क्रिकेट के दिग्गज हो या फिर कोई और हर कोई एंजेलो मैथ्यूज के आउट देने पर अपनी-अपनी टिप्पणी दे रहे हैं कि यह फैसला सही था या फिर गलत। बांग्लादेश ने यह मुकाबला तो जीत लिया, लेकिन श्रीलंका को इससे गहरा घाव पहुंचा है। श्रीलंकाई बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट देने पर श्रीलंकाई खिलाड़ी काफी गुस्से में हैं। मैच के बाद जब एंजेलो मैथ्यूज से पूछा गया कि उनके खिलाड़ियों ने बांग्लादेश के खिलाड़ियों से हाथ क्यों नहीं मिलाया। इस पर एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि बांग्लादेश ने क्रिकेट का सम्मान नहीं किया।