बिहार में व्याप्त कथित नौकरशाही के मनमाने रवैए को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि Tired (थके) नेता और Retired (सेवानिवृत्त) अधिकारी बिहार के सर्वेसर्वा बन बिहार को पीछे धकेल रहे है. तेजस्वी ने बीजेपी सांसद के वायरल वीडियो का हवाला देते हुए नीतीश सरकार में अफसरशाही के चरम पर होने को लेकर मोर्चा खोला. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हुकुमदेव नारायण यादव का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे सरकारी अफसरों की मनमानी को लेकर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
तेजस्वी ने अब इसी पर नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि ‘वरिष्ठ बीजेपी नेता, दो बार के केंद्रीय मंत्री, 6 बार सांसद, 3 बार विधायक और जिनका पुत्र वर्तमान बीजेपी सांसद है वो BJP-नीतीश सरकार में बिहार में व्याप्त अफसरशाही एवं जनप्रतिनिधियों की दशा पर व्यक्तव्य दे रहे है। अब आप कल्पना करिए कि थाना और ब्लॉक में आम लोगों को कितनी परेशानियों और भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है? बिना रिश्वत दिए बिहार में किसी का काम नहीं होता।‘
उन्होंने कहा कि ‘सार्वजनिक रूप से कोई नहीं कहेगा यहाँ तक की सत्ताधारी विधायक अपने क्षेत्र में मनचाहे अधिकारियों के तबादलों एवं कार्यों के लिए भेंट चढ़ाते है। सांसद-विधायकों को नीतीश कुमार के परम दुलारे अधिकारी प्रणाम करना तो दूर उनका फोन तक नहीं उठाते। कुर्सी खातिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ख़ुद तो बेबस, बेचारे व असहाय बन गए है लेकिन बिहार पर अपनी बेचारगी क्यों थोप रहे है? Tired नेता और Retired अधिकारी बिहार के सर्वेसर्वा बन बिहार को पीछे धकेल रहे है।‘
एक दिन पहले ही हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार के अधिकारी किसी की नहीं सुनते. वे खुद दो बार केंद्रीय मंत्री, 6 बार सांसद और 3 बार विधायक रहे हैं. बेटा भी सांसद हैं. बावजूद इसके बिहार के अधिकारी जब उनकी नहीं सुनती तो आम लोगों की क्या स्थिति होती होगी. अब इसी को लेकर तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार में अफसरशाही के चरम पर पहुंचने की बातें कही हैं.