भागलपुर के तिलकामांझी विश्वविद्यालय में मंगलवार को गुंडागर्दी देखने को मिली। यहां पर वेतन कटौती से नाराज कर्मचारियों ने कुलसचिव प्रोफेसर डॉ.विकास चंद्र को जमकर पीटा। पहले कर्मचारियों ने उनके दफ्तर में बात रखने की कोशिश की। इसके बाद बात विवाद में बदल गया। कर्मचारी आग बबूला हो गए। कुछ कर्मचारियों ने कुलसचिव के ऑफिस में रखे जरूरी दस्तावेज और सामान को फेंकना शुरू किया।
इसके बाद कुलसचिव खड़े हुए तो कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ लिया। उनके हाथ मरोड़ दिए, फिर 2 लोगों ने उसको पकड़ा। तीसरे कर्मचारियों ने उन पर हमला किया।
बताया जा रहा है कि कर्मचारी पहले कुलसचिव के दफ्तर पहुंचे। वहां पर अपनी कुछ बातें रखी। उसके बाद दफ्तर में रखे कागजात और कई सामान को फेंकना शुरू किया। जब कुलपति उठकर जाने लगे तब कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की। इसका वीडियो भी सामने आया है। इससे पहले भी कर्मचारियों ने कुल सचिव को बंधक बनाया था।
कई महीनों से चल रहा विवाद
वेतन कटौती मामले में कई महीनों से विवाद चल रहा है। इससे पहले नाराज कर्मचारियों ने कुल सचिव प्रोफेसर डॉक्टर विकास चंद्र को उनके कार्यालय में 3 घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाया था। कर्मचारियों ने कहा कि पिछले कई दिनों से उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद वेतन कटौती वापसी नहीं होने सहित सातवें वेतनमान वेतन के एरिया के भुगतान को लेकर धरना पर भी बैठे थे।
हालांकि, इस मामले को देखते हुए कुल सचिव को लेटर बनाकर उस पर आदेश को लेकर साइन करने के लिए कहा गया। जिस पर कुल सचिव ने पहले फाइनेंस ऑफिसर और फाइनेंस एडवाइजर का सिग्नेचर करने को कहा, जिस पर कर्मचारियों का कहना था कि वह दोनों पदाधिकारी अभी छुट्टी पर है। जिसको लेकर कुलसचिव आदेश पर साइन करने को राजी नहीं हुई। जिसको लेकर कर्मचारियों ने कुल सचिव को तीन घंटे से अधिक समय तक बंधक बना कर रखा था।