तृणमूल कांग्रेस की सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार ने महिला डॉक्टरों पर दिए अपमानजनक बयान को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने रविवार को जारी एक बयान में महिला डॉक्टरों के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणियों के लिए माफी मांगी है।
सांसद ने रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो उन्हें इसका खेद है।
उन्होंने कहा, “मैं अपना बयान वापस लेती हूं। मेरा इरादा हमेशा महिलाओं के कल्याण और अधिकारों के लिए काम करने का रहा है और जो आगे भी रहेगा।”
टीएमसी सांसद ने हाल ही में आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले में अपमानजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने दावा किया था कि जब वह मेडिकल की छात्रा थींं, तो उस दौरान एक चलन था, शिक्षकों की गोद में बैठकर छात्राएं पासिंग मार्क्स प्राप्त करती थीं।
उन्होंने यह भी दावा किया था कि जो छात्राएं इसका विरोध करती थीं, उन्हें कम अंक दिए जाते थे। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि शिक्षकों की गोद में बैठकर क्वालीफाइंग अंक हासिल करने का करने का चलन इतना बुरा रूप ले लेगा।
टीएमसी सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार के इस बयान को लेकर डॉक्टरों ने नाराजगी जताई थी और उन्होंने भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) से उन्हें निलंबित करने की मांग की थी।
टीएमसी सांसद आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की पूर्व छात्रा हैं। इससे पहले भी उन्होंने बलात्कार जैसे मुद्दों पर विवादित टिप्पणियां की थी, इसके चलते उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने साल 2012 में कोलकाता में एक ईसाई महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के बाद भी विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने शिकायत को खारिज कर दिया था और घटना को एक महिला और उसके ग्राहक के बीच गलतफहमी बताया था।