बिहार में क्रिकेट के लिए आज का दिन खास, 27 साल बाद पटना में बड़ा मुकाबला

GridArt 20240105 120514016

राजधानी पटना का मोइनुल हक स्टेडियम एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के बीच मुकाबले का साक्षी बनेगा. आपको याद होगा कि इसी ग्राउंड पर आखिरी बार 1996 में केन्या और जिम्बाब्वे के बीच एक दिवसीय वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था. इसके बाद आज ये बड़ा क्रिकेट मेच शुरू होने जा रहा है. बिहार-झारखंड के विभाजन के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप में खेलने के लिए बिहार क्रिकेट टीम का पहला मुकाबला आज मुंबई के साथ होगा।

मैच के लिए सजाया गया स्टेडियम

रणजी ट्रॉफी मुकाबले को लेकर स्टेडियम को काफी सजाया गया है. लोगों को बैठने के लिए तमाम व्यवस्था की गई हैं. सबसे खास बात ये है कि मोइनुल हक स्टेडियम में बीसीसीआई के अधिकारियों की देख-रेख में पूरी तैयारी की गईं है. करीब दो दशक के बाद एक बार फिर से बिहार के मोइनुल हक स्टेडियम में चौकों-छक्कों की बारिश होगी. इस मैच में मुंबई, केरल, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसी बड़ी टीमों का मुकाबला बिहार की टीम से होगा।

बिहार के क्रिकेटों की जगी उम्मीद

इससे बिहार क्रिकेट का भविष्य और रौशन होगा. बेहतर क्रिकेट की तलाश में बिहार के युवाओं की कुछ उम्मीदें जगीं है. खुशी की बात ये है कि बिहार को रणजी के एलीट ग्रुप में जगह मिली है. इंटरनेशनल खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे की मुंबई टीम बिहार में खेलने के लिए पहुंची है. इस मुकाबले के लिए चुनी गई बिहार टीम में पटना जिले का दबदबा है।

इन जिलों के खिलाड़ी हैं टीम में शामिल

15 सदस्यीय बिहार टीम में सात खिलाड़ी पटना जिले के रहने वाले हैं. इसके अलावा मुजफ्फरपुर, गया, मोतीहारी, औरंगाबाद, समस्तीपुर, गोपालगंज, सीतामढ़ी, नालंदा, के भी खिलाड़ी शामिल हैं. आशुतोष अमन टीम के कप्तान हैं. पटना के रहने वाले 30 साल के बाबुल पवन कुमार बेहतर बल्लेबाज हैं. फर्स्ट क्लास, लिस्ट ए और टी 20 में 93 मेच खेलकर 3725 रन बना चुके हैं. इस दौरान 8 शतक और 16 अर्धशतक भी लगाया है. एक दोहरा शतक भी लगा चुके हैं।

चार दिनों तक चलेगा मुकाबला

चार दिवसीय रणजी ट्रॉफी मैच में बिहार, मुंबई, केरल, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश टीमों का मुकाबला होगा. बता दें कि मोइनुल हक स्टेडियम में कई अंतरराष्ट्रीय मैच हो चुके हैं. वर्ष 1993 में श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच एक दिवसीय इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था. इसके बाद 1996 में केन्या और जिम्बाब्वे के बीच एक दिवसीय वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था।

दर्शकों के लिए स्टेडियम में फ्री एंट्री

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से मिली जानकारी के अनुसार रणजी ट्रॉफी देखने के लिए नि:शुल्क प्रवेश है. यह भी बताया गया कि “स्टेडियम जर्जर अवस्था में स्थित है. 5 साल पहले इसे डेंजर स्टेडियम में घोषित कर दिया गया था. जिसको लेकर दीर्घा के चारों तरफ डेंजर का बोर्ड लगाया गया है. इसलिए जो लोग रणजी ट्रॉफी का मजा लेना चाहते हैं, वह अपनी स्वेच्छा से आकर देख सकते हैं. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की इसमें कोई भूमिका नहीं है।

Sumit ZaaDav: Hi, myself Sumit ZaaDav from vob. I love updating Web news, creating news reels and video. I have four years experience of digital media.