देवशयनी के साथ आज से चातुर्मास शुरू:58 दिन का सावन और पांच महीने का चातुर्मास, अगले 148 दिन में 97 व्रत-त्योहार : आज देव शयनी एकादशी है. कई जगहों पर इसे देव सुतनी एकादशी भी कहते हैं. मान्यताओं के अनुसार आज से भगवान विष्णु अगले 5 महीने तक गहरी निद्रा में सो जाएंगे. इसलिए आज से लेकर अगले 5 महीनों तक किसी तरह का शुभ कार्य नहीं होगा. नागपुर विवाह ना जनेऊ, ना मुंडन और ना ही कोई अन्य शुभ कार्य. इस 5 महीने के बाद भगवान विष्णु देवोत्थान एकादशी के दिन अर्थात देवउठनी एकादशी के दिन जागेंगे. भक्तों द्वारा पूजा पाठ कर उन्हें जगाया जाएगा।
जानकारों की मानें तो आज (29 जून) देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू हो गए हैं। चातुर्मास में सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक, ये चार महीने रहते हैं, लेकिन इस बार अधिक मास होने से चातुर्मास चार नहीं, पांच महीनों का होगा। 2023 से 19 साल पहले 2004 में सावन में अधिक मास था। इस कारण सावन 58 दिन का रहेगा। देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी (23 नवंबर) तक 148 दिन का फेस्टिवल सीजन रहेगा, जिसमें 97 दिन व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे।
माना जाता है देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु विश्राम करते हैं। इस साल अधिक मास की वजह से विष्णु जी चार नहीं, पांच महीने विश्राम करेंगे। 4 जुलाई 2023 से शिव पूजा का महीना सावन शुरू होगा, जो कि 31 अगस्त तक रहेगा। 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा। हिन्दी पंचांग के हर महीने में सूर्य संक्रांति रहती है यानी सूर्य राशि बदलता है, लेकिन अधिक मास में संक्रांति नहीं रहती है।