हाल ही में भारत विरोधी बयान के बाद भारत-मालदीव के बीच काफी विवाद देखने को मिला है। सोशल मीडिया पर भी #BoycottMaldives ट्रेंड कर रहा था। लोगों ने मालदीव के बजाय लक्षद्वीप जाने का फैसला किया और अपनी फ्लाइट और होटल कैंसिल कराना शुरू कर दिया।
लक्षद्वीप आने की मिली सलाह
वहीं, दूसरी ओर लोगों ने लक्षद्वीप जाने और वहां की फ्लाइट्स बुक कराना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, टूरिस्ट कंपनी Make My Trip ने भी मालदीव की फ्लाइट्स और होटल बुकिंग कैंसिल कर दी। माना जा रहा है कि भारत विरोधी बयान देकर मालदीव ने अपने लिए ही मुसीबत खड़ी कर ली है, क्योंकि वह देश खासतौर पर पर्यटन पर ही टिका हुआ है।
‘लक्षद्वीप बेहद किफायती’
अब सोशल मीडिया पर मालदीव के कुछ पर्यटकों का बयान सामने आ रहा है। इसमें वह लक्षद्वीप को मालदीव से बेहतर पर्यटन स्थल बता रहे हैं। मालदीव पहुंचे एक भारतीय पर्यटक राजन ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि भारत-मालदीव विवाद जल्द ही सुलझ जाएगा, लेकिन मैं बता दूं कि यहां बहुत महंगाई है। हमारे भारतीय द्वीप बहुत किफायती हैं और जो मैंने यहां देखा, उसकी तुलना में वे आपको कम कीमत पर वही सेवाएं प्रदान कर सकते हैं। इसलिए, मैं सभी भारतीयों से आग्रह करूंगा कि वे हमारे भारतीय द्वीपों पर जाएं और उसको जानें।”
मालदीव में एक भारतीय पर्यटक डीके अग्रवाल ने कहा, “जब आपके देश मालदीव के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा गया है या उल्लेख नहीं किया गया है, तो मालदीव के अधिकारियों ने इस तरह से प्रतिक्रिया क्यों दी और हमारे प्रधानमंत्री और भारत के खिलाफ ऐसी अपमानजनक टिप्पणी क्यों की। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।”
वहीं, मालदीव घूमने गए एक विदेशी पर्यटक फ्रेंको बिस्टोनी ने कहा, “मैं गोवा और मुंबई गया हूं। जो चीज मुझे सबसे ज्यादा पसंद आई वह थी भारतीय परंपरा, संस्कृति और रंग। वहां रहकर सूरज को ढलते देखना सबसे खूबसूरत था। मुझे भारत बहुत पसंद है। हम लगभग 10-12 दिनों के लिए वहां थे।”
बयान के बाद शुरू हुआ राजनयिक विवाद
मालूम हो कि मालदीव के तीन नेताओं, मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महजूम माजिद द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां पोस्ट करने और उनकी हालिया लक्षद्वीप यात्रा पर उनका मजाक उड़ाने के बाद भारत और मालदीव के बीच एक राजनयिक विवाद शुरू हो गया था।