भागलपुर। बरारी घाट पर दाह संस्कार के लिए आधार कार्ड संबंधी नई व्यवस्था से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। नगर निगम कर्मियों की ओर से एक दिसंबर से घाट पर दाह संस्कार के लिए मृतक और मुखाग्नि देने वाले का आधार कार्ड की अनिवार्यता कर दी गई है। रविवार को इसकी वजह से घाट पर दाह संस्कार के लिए पहुंचे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। इसको लेकर वहां तैनात निगमकर्मियों को लोगों से नोकझोंक भी हुई।
दरअसल, नगर निगम की ओर से बरारी शमशान घाट पर नौ कर्मी तैनात हैं। निगम की ओर से यहां विद्युत शवदाह गृह का संचालन किया जाता है। साथ ही यहां लकड़ी से दाह संस्कार की भी व्यवस्था है। यहां तैनात निगमकर्मियों का कहना है कि वर्तमान व्यवस्था के अनुसार यहां केवल मृतक का नाम पता आदि नोट कर लिया जाता है, लेकिन साक्ष्य के तौर पर कुछ नहीं लिया जाता है। वहीं, अक्सर यहां पुलिस विभिन्न घटनाक्रम के बाद पूछताछ के लिए पहुंचती है। ऐसे में पुलिस को दाह संस्कार किए गए व्यक्ति के नाम पता आदि की सिर्फ जानकारी दी जा सकती है। साक्ष्य के तौर पर कोई डक्यूमेंट उपलब्ध नहीं कराया जाता है। इसकी वजह से एक दिसंबर से यहां दाह संस्कार के लिए मृतक और मुखाग्नि देने वाले के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता की गई है। वहीं, नगर निगम के बरारी घाट प्रभारी राकेश भारती का कहना है कि नगर निगम में सूचना दिए बगैर ऐसी सूचना चस्पा की गई है। साथ ही उसे हटाने के साथ बिना नगर निगम प्रशासन के आदेश के कोई भी नई व्यवस्था नहीं करने की हिदायत भी दी गई है।