अवैध बालू सिंडिकेट में शामिल होकर करोड़ों रुपये कमाने के आरोप में पूर्व विधायक अरुण यादव और उनकी पत्नी विधायक किरण देवी के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) में भी मामला दर्ज होगा।
जानकारी के अनुसार राजद के पूर्व विधायक और उनकी पत्नी पर आय से अधिक संपत्ति और जनप्रतिनिधि कानून के उल्लंघन मामले में मुकदमा दर्ज होगा। अरुण यादव आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के काफी करीबी हैं। वे पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं। फिलहाल उनकी पत्नी किरण देवी विधायक हैं।
जानकारी हो कि बुधवार यानी नौ अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विधायक के बैंक खाते में जमा 20 करोड़ रुपये, खेती वाली जमीन के 40 प्लॉट, मकान, फ्लैट समेत 46 परिसंपत्तियां जब्त कर ली थीं। इनके पास से बड़ी संख्या में मौजूद अवैध संपत्तियों की फेहरिस्त सामने आई हैं। यह संपत्तियां इन्होंने बालू के अवैध कारोबार और आपराधिक गतिविधि से जमा की हैं।
इसकी पूरी जानकारी ईडी ने एसवीयू को भेज दी है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 66 (2) के तहत भेजी गई जानकारी पर एसवीयू जल्द एफआईआर दर्ज कर आगे की छानबीन करेगी। इस कार्रवाई से पूर्व विधायक अरुण यादव और उनकी पत्नी दोनों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एसयूवी की कार्रवाई में और नए खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आपको बताते हैं कि, ईडी जल्द ही समन जारी कर अरुण यादव और किरण देवी को पूछताछ के लिए बुलाने वाली है। ईडी की जांच में यह बात सामने आई कि अरुण कुमार एवं उनकी पत्नी ने वर्ष 2014 से 2022-23 तक विधायक रहते हुए 20 करोड़ रुपये अपने बैंक खाते में जमा किए हैं। आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में निगरानी इकाई इनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करेगी। ईडी के बयान के अनुसार अरुण यादव ने अपने परिवार के सदस्यों और कंपनी के नाम पर लगभग 39.31 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी आय के वैध स्रोत से अधिक है।