गोपनीय दस्तावेज मामले में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नए आरोपों का सामना कर रहे हैं। आरोप है कि ट्रंप ने अपने पास मौजूद रिकॉर्ड के संबंध में संघीय जांच को प्रभावित करने के उद्देश्य से अपने एक कर्मी को फ्लोरिडा स्थित आवास में कैमरे के फुटेज मिटाने (डिलीट) का निर्देश दिया था। अद्यतन किए गए अभियोग में बृहस्पतिवार को यह जानकारी सामने आई। इस अभियोग में बाधा डालने तथा जानबूझकर राष्ट्रीय रक्षा मामलों से संबंधित सूचना को खुद तक सीमित रखने जैसे नए आरोप सामने आए हैं, जो ट्रंप के लिए नयी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
यहां तक कि उन पर 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने के लिए अपने प्रयासों को लेकर वाशिंगटन में अतिरिक्त संभावित अभियोग का सामना भी करना पड़ सकता है। वर्षों की जांच के बाद ट्रंप और उनके सहयोगी वॉल्ट नाउटा के खिलाफ 38 आरोप लगाए गए हैं। ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो परिसर में निगरानी फुटेज लंबे समय से जांच एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं क्योंकि अभियोजन पक्ष के अनुसार इन फुटेज में यह नजर आ रहा है कि नाउटा दस्तावेजों के बक्सों को भंडार कक्ष से हटा रहा है।
ट्रंप के प्रवक्ता ने आरोपों को किया खारिज
बक्सों को हटाने का यह काम संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) और न्याय विभाग के अधिकारियों के आने से एक दिन पहले भी हुआ था। ट्रंप के एक प्रवक्ता ने नए आरोपों को खारिज किया है और कहा कि यह ट्रंप और उनके आस पास मौजूद लोगों का उत्पीड़न करने और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के इरादे से राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा ‘‘हताशापूर्ण और असफल प्रयास के अलावा कुछ नहीं है’’। अभियोजन में कहा गया है कि फुटेज में मार-ए-लागो के संपत्ति प्रबंधक कार्लोस डे ओलिवीरा को अपने एक सहकर्मी से यह कहते सुना जा सकता है कि ‘‘ बॉस चाहते हैं कि सर्वर होस्टिंग फुटेज को डिलीट किया जाए।’