एपी की रिपोर्ट के अनुसार, जापान ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है। खबरों के मुताबिक नए साल के पहले दिन, सोमवार को उत्तरी मध्य जापान में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इशिकावा, निगाटा और टोयामा प्रान्त के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। एनएचके की रिपोर्ट के मुताबिक निगाता प्रांत का काशीवाकी शहर से 40 सेंटीमीटर दूर था भूकंप का केंद्र, रिपोर्ट के अनुसार, होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर ने कहा कि वह अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में किसी भी अनियमितता की जांच कर रहा है।
जापान ने पश्चिमी इलाकों में सिलसिलेवार भूकंप के झटकों के बाद सोमवार को सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इशिकावा और आसपास के प्रान्तों में भूकंप आने की सूचना दी, जिनमें से एक की प्रारंभिक तीव्रता 7.4 मापी गई है। जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके टीवी ने चेतावनी दी कि सुनानी आने के बाद समुद्र में पानी की धार 5 मीटर (16.5 फीट) तक पहुंच सकती है और लोगों से जितनी जल्दी हो सके ऊंची भूमि या पास की इमारत की चोटी पर भागने का आग्रह किया गया है। फिलहाल भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है।
गुरुवार को भी जापान में आया था भूकंप
जापान में बीते गुरुवार (28 दिसंबर) को भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। कुरिल द्वीप में उस दिन आए भूकंप की तीव्रता 6.3 तीव्रता मापी गई थी। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई थी। भूकंप के कारण भगदड़ मच गई थी और लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर बाहर भाग निकल गए थे। लोग दहशत में आ गए थे। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, आधे घंटे के भीतर जापान के इस इलाके में एक दिन में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का पहला झटका गुरुवार की दोपहर 2.45 मिनट पर आया था और फिर इसके बाद 3:07 बजे 5.0 की तीव्रता का दूसरा झटका आया था।
बता दें कि जापान में बीते तीन दिनों से लगातार भूकंप के तेज झटके आ रहे हैं। 28 दिसंबर से पहले 26 दिसंबर और 27 दिसंबर को भी जापान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थ। दिसंबर महीने की शुरुआत में, दक्षिणी फिलीपींस के मिंडानाओ में 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद दक्षिण-पश्चिमी तट पर सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। वहीं, 5 मई को, जापान के पश्चिमी इशिकावा प्रान्त में 6.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए और कुछ इमारतें ढह गईं थीं।