टिकट चेक करने वाले विभाग के सीनियर ऑफिसर का ही TTE ने काट दिया चलान
जब आप रेल सफर पर होते हैं तो आपकी इस यात्रा के दौरान टिकट चेक करने की जवाबदेही टीटीई के पास होती है। रेलवे का यह कर्मचारी सीट पर आते हैं और आपसे टिकट की मांग करते हैं और उचित टिकट के साथ यात्रा करने की सलाह देते हैं। लेकिन, जरा सोचिए कि जो शख्स दूसरे की टिकट चेक करता हो और वह एक वरीय अधिकारी हो उसके बाद भी वह खुद बिना टिकट लिए यात्रा करें और वह भी भारतीय रेल की सबसे प्रीमियम ट्रेन में तो फिर क्या होगा?
दरअसल, अगरतल्ला-भागलपुर तेजस राजधानी एक्सप्रेस में टिकट चेक करने वाले एक अधिकारी को ही जुर्माना भरना पड़ गया। यह फाइन किसी और बात के लिए नहीं बल्कि बिना टिकट राजधानी एक्सप्रेस में सफर करने की वजह से काटा गया। अब रेलवे कर्मियों और अधिकारियों के बीच यह फाइन चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि तो खुलकर नहीं कर रहा लेकिन दबे जुबान से यह बात लोग कर रहे हैं कि टिकट चेक करने वाले एक अधिकारी का ही फाइन टीटीई ने काट दिया। भागलपुर के सीआइटी ( चीफ टिकट इंस्पेक्टर) राजीव रंजन अगरतला-मालदा-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए। इस ट्रेन में सवार गुहवाहाटी के टीइटी चंचल कुमार ने उनपर 6533 रुपये का जुर्माना लगाया।
जानकारी के मुताबिक तेजस राजधानी में यात्रियों के टिकट जांच चेक करने वाले एक अधिकारी को खुद जुर्माना देना पड़ा। चर्चा है कि तेजस राजधानी एक्सप्रेस में टिकट चेक करने वाले अधिकारी खुद बिना टिकट के ही चढ़ गये थे। बीच सफर में ट्रेन के कोच में तैनात टीटीई ने जब उनसे टिकट की मांग की तो उक्त यात्री ने अपना परिचय दिया। बताया कि वो खुद रेलवे के अधिकारी हैं और टिकट चेकिंग करने वाले ही विभाग में हैं। लेकिन ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात टीटीई ने उनकी एक नहीं सुनी और फाइन काट दिया।
बताया जा रहा है कि टीटीई के सख्त होने पर अधिकारी हो 6533 रुपया का जुर्माना भरना पड़ा। अब यह बात तेजी से आग की तरह फैल गयी। इतना ही नहीं फाइन वाली रसीद भी मोबाइल पर वायरल होने लगा। चर्चा यह भी चली कि वह टिकट चेकिंग अधिकारी भागलपुर में कार्यरत हैं। हालांकि, भागलपुर स्टेशन के कई अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं कर रहे।
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