भागलपुर। देवोत्थान एकादशी मंगलवार को है। इसके बाद शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। घरों और मंदिरों में चार माह के बाद भगवान को जगाया जाएगा। भगवान को संध्या काल में वैदिक मंत्रों के द्वारा शंख बजाकर उठाने की परंपरा है। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवोत्थान एकादशी कहा जाता है। इसे देव प्रबोधिनी या देव उठावनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। बाबा कुपेश्वरनाथ मंदिर के पंडित विजयानंद शास्त्रत्त्ी ने बताया कि इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा होती है। शाम में तुलसी विवाह संपन्न कराया जाएगा।