सिलक्यारा टनल में बचाव ऑपरेशन तेजी से संचालित किया जा रहा है। साथ ही 6-इंच की पाइपलाइन के माध्यम से फंसे मजदूरों तक खाद्य सामग्री और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं। टनल में फंसे लोगो के पास 2 किलोमीटर का सेफ एरिया मौजूद है। कहा जा रहा है कि अगले दो दिनों में मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। एम.डी (NHIDCL) महमूद अहमद ने बताया कि THDC ने भी बड़कोट वाले छोर से रेस्क्यू टनल का निर्माण शुरू हो गया है, जिसमें पहले ही दो ब्लास्ट कर लिए गए हैं, जिससे 6.4 मीटर का ड्रिफ्ट बनी है।
मजदूरों से की जा रही है बातचीत
एम.डी (NHIDCL) महमूद अहमद ने बताया कि टनल में फंसे श्रमिकों से संवाद भी हुआ है एवं वीडियो के माध्यम से उनकी स्थिति का पता लगा है। टनल के अंदर 900 एम.एम पाइप को 22 मीटर तक पुश किया गया था। कुछ बाधा आने के बाद ड्रिलिंग रुक गई थी। वर्तमान समय में टेलीस्कोपिक मेथड से 900 एम.एम पाइप के अंदर, 800 एम.एम का पाइप को पुश किया जा रहा है और ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग जल्द शुरु कर दी जायेगी। उन्होंने कहा काम कर रहे सभी कर्मचारियों, अधिकारियों, इंजीनियरो के लिए अभी का एक-एक पल बेहद महत्वपूर्ण है।
फल-मेवे और पका खाना भेजने की तैयारी
अहमद ने बताया कि टनल के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग हेतु मशीनों के मोबिलाइजेशन का कार्य किया जा रहा है। ड्रिलिंग जल्द शुरु हो जायेगी। केंद्र एवं राज्य सरकार के निरंतर सहयोग एवं सभी एजेंसियों के आपसी समन्वय को बनाते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन तीव्र गति के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है।
वहीं, सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने कहा कि सभी लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा सभी एजेंसियां 24 घंटे काम कर रही हैं। सभी कार्य तेज गति के साथ किए जा रहे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी संस्थान / एजेंसी आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही है।
बयान में कहा गया है, ”सेब, संतरे, मौसमी आदि जैसे विभिन्न फलों में से लगभग 5-10 किलोग्राम और 5 दर्जन केले सफलतापूर्वक अंदर पहुंचाए गए हैं।” अब खिचड़ी, रोटी जैसे पका हुआ खाना भेजने की तैयारी है।