G20 के सफल आयोजन के लिए तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने भी भारत की जमकर तारीफ की। एर्दोगन के बयान को सुनकर चीन और पाकिस्तान परेशान हो उठे हैं। आमतौर पर तुर्की को भारत के खिलाफ बोलने के लिए जाना जाता है। तुर्की अक्सर पाकिस्तान और चीन की तारीफ करता है। मगर इस बार तुर्की भी भारत और जी-20 के नेतृत्व के लिए पीएम मोदी की तारीफ करते नहीं थक रहा। राष्ट्रपति एर्दोगन ने रविवार को जी-20 के शानदार आयोजन के लिए तारीफों को पुल बांधने के साथ कहा कि भारत दक्षिण एशिया में उनके देश का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और उन्होंने दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक क्षमता का इस्तेमाल करने का विश्वास व्यक्त किया।
जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की समाप्ति के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एर्दोआन ने कहा कि शिखर सम्मेलन के इतर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण एशिया में भारत हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। हम इस वर्ष की शुरुआत में तुर्किये में हुए चुनाव के बाद, मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग की क्षमताओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे।’’ उन्होंने अफ्रीकी संघ के जी20 का सदस्य बनने की भी सराहना की और कहा कि इससे इस समूह को मजबूती मिलेगी।
भूकंप के दौरान भारत ने की थी तुर्की की बड़ी मदद
तुर्की में इस वर्ष कुछ महीने पहले आए विनाशकारी भूकंप में भारत ने बड़ी मदद की थी। तुर्की और सीरिया के भूकंप में सबसे पहले मदद भेजने वाला भारत पहला देश बना था। तब से भारत के प्रति तुर्की के नजरिये में भी बदलाव आने लगा है। इसीलिए राष्ट्रपति एर्दोगन ने खुलकर भारत और पीएम मोदी की तारीफ कर दी है। इसके साथ ही तुर्की को भारत का बड़ा व्यापारिक साझेदार बताकर उन्होंने चीन में खलबली मचा दी है और पाकिस्तान को मिर्ची लगा दी है। पाकिस्तान तुर्की को अपना सबसे भरोसेमंद दोस्त मानता है। तुर्की ने भी पाकिस्तान के पक्ष में कई बार भारत के खिलाफ बयानबाजी की है। मगर भूकंप में पीएम मोदी की मदद के बाद तुर्की की भावना भारत के प्रति काफी हद तक सकारात्मक होने लगी है।