Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

बिहार के भागलपुर का दो लड़का बना करोड़पति, कोरोना में नौकरी जाने के बाद सब कुछ बर्बाद हो गया

GridArt 20240511 122857886

कोरोना में गई नौकरी, तो दो भाईयों ने मिलकर शुरू किया बिजनेस, Math को कर दिया आसान, खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी : मंजिल उन्हें ही मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है. पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. इस लाइन को सच सबित किया है भागलपुर के कमल नगर के रहने वाले दो भाई अभिषेक और अभिनव ने. दरअसल, दोनों भाई कभी एक बड़ी कंपनी में काम किया करते थे. लेकिन अब दोनों भाईयों ने एक एजुकेशन बिजनेस शुरू कर खुद की करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी है. दोनों भाई मिलकर आधा दर्जन देश के बच्चों को वैदिक गणित पढ़ा रहे हैं।

अभिषेक ने बताया कि वे पहले एक रियल स्टेट कंपनी में काम करते थे. लेकिन अचानक से कोरोना महामारी के कारण सब कुछ बंद हो गया. नौकरी भी चली गई. तभी उनको कुछ समझ नहीं आ रहा था तो भाई अभिनव ने कहा कि हम लोगों को पढ़ाई के क्षेत्र में कुछ करना चाहिए. जब इस पर रिसर्च की तो पता चला कि दुनिया में बच्चों को सबसे कठिन गणित पढ़ना लगता है. इसको सरल तरीके से पढ़ाने का उपाय ढूंढ़ा तो उन्हें वैदिक गणित के बारे में पता चला. इसके बाद दोनों भाई ने मिलकर swaadhi.com. नाम की एक वेबसाइट तैयार की. इस पर उन्होंने वैदिक गणित पढ़ाना शुरू किया. कुछ दिनों तक तो कम रिस्पॉन्स मिला. बाद में जब डिमांड होने लगी तो तब इसपर दुनिया के अलग-अलग कोने से शिक्षक और छात्र जुड़ने लगे. अब तो भारत समेत अमेरिका, सिंगापुर, यूएई, यूके, न्यूजीलैंड तक के बच्चे जुड़ गए हैं।

उन्होंने बताया कि वैदिक गणित को इसलिए चुना, क्योंकि यह गणित सीखने का सरल तरीका है. दुनिया में 80 फीसदी बच्चों को गणित से डर लगता है. लेकिन यह ऐसी पद्धति है जिसमें बच्चे बिना कागज-कलम के गणित को सॉल्व कर सकते हैं. यह गणित वेद से आया है. इसमें 16 सूत्र व 13 उपसूत्र दिए गए हैं. अभिषेक ने बताया कि बच्चे पढ़ाई में बोर न हो, इसलिए इसमें योग, गेम समेत कई एक्सट्रा एक्टिविटीज को डाला गया है. उनके बच्चे खेल खेल में गणित भी सीख लेते हैं।