मध्य प्रदेश के इंदौर से जबलपुर आ रही ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे शनिवार सुबह पटरी से उतर गए। हादसा उस समय हुआ, जब ट्रेन जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पहुंच रही थी। गनीमत रही कि हादसे के वक्त की ट्रेन की रफ्तार कम थी, इसलिए बड़ा हादसा होने से टल गया। घटना में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। रेलवे ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है।
यह ट्रेन सुबह करीब 5ः35 बजे जबलपुर पहुंचती है। ट्रेन अपने तय समय पर जैसे ही जबलपुर रेलवे स्टेशन ट्रेन पहुंची, तभी उसके दो एसी कोच पटरी से उतर गए। सूचना मिलते ही रेलवे का तकनीकी अमला मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गया। पश्चिम मध्य रेलवे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय भी मौके पर पहुंचीं और हादसे की जानकारी ली।
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि अप ट्रैक बाधित है। मेन लाइन से जुड़े कोच को अलग कर दिया गया है। ट्रेन में 10 से 12 कोच थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि प्लेटफार्म नंबर 6 आते समय यह हादसा हुआ है। उस समय ट्रेन की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे थी। जनरल मैनेजर ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। एक पार्सल कोच है, जबकि एक एसी कोच है जो पटरी से उतरा हुआ है। उन्होंने बताया कि जल्द ही ट्रैक को दुरुस्त कर लिया जाएगा। कुछ देर के लिए इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेन को मदन महल स्टेशन पर रोका गया है।
ओवरनाइट ट्रेन के यात्री संदीप कुमार ने बताया कि वह कोच पर आराम कर रहे थे। इसी दौरान कुछ इस तरह की झटके लगे जैसे बहुत तेजी से ब्रेक लगा हो। जब तक कुछ समझ में आता, तब तक ट्रेन खड़ी हो चुकी थी। कुछ देर के लिए ऐसा भी लगा कि जैसे कोई हादसा हो गया है। इसके बाद ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही। जब कोच से उतरकर बाहर देखा तो एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए थे।