बिहार के पश्चिमी चंपारण में मझौलिया-सुगौली रेलवे स्टेशन के बीच बुधवार सुबह मालगाड़ी के साथ Reel बनाने के दौरान सत्याग्रह ट्रेन की चपेट में आने से दो किशोरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
मृतक की पहचान सेनवरिया अमवा बैरागी निवासी सुरेंद्र महतो के पुत्र सूरज कुमार (15) व अमेरिका महतो के पुत्र कन्हैया कुमार (17) के रूप में की गई है। मझौलिया पुलिस क्षत विक्षत शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दी है। सूरज व कन्हैया दोस्त थे।
हेडफोन न लगाया होता तो बच जाती जान
बेतिया से सुगौली की ओर जा रही मालगाड़ी के साथ Reel बना रहे थे। इसी दौरान बगल के ट्रैक पर रक्सौल से दिल्ली जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए। कान में हेडफोन लगाने के कारण दूसरे ट्रैक पर आ रही ट्रेन की आवाज नहीं सुन सके।
पुलिस को बताए बिना शव उठा ले गए परिजन
घटना के बाद आसपास के लोगों ने इसकी सूचना उनके स्वजनों को दी। स्वजन मौके पर पहुंचे। रेलवे पुलिस की कार्रवाई के डर से स्वजन शव के कुछ हिस्से को उठाकर घर ले गए। जबकि शव का शेष भाग बोरी में रख खेत में छुपा दिए। बाद में इसकी सूचना मझौलिया पुलिस को मिली।
किशोरों के घरवाले फरार
सूचना पर मझौलिया पुलिस शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजी। कार्रवाई के डर से घटना के बाद दोनों किशोरों के घर वाले फरार हैं। सेनवरिया पंचायत के पूर्व मुखिया ताराचंद यादव ने बताया कि सूरज कुमार अपने घर पर रहकर काम करता था। कन्हैया एक टेंट हाउस में काम करता था।
दोनों दो-दो भाई थे। सूरज बड़ा और कन्हैया अपने भाइयों में छोटा था। इस बावत मझौलिया थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र ने बताया कि मोबाइल फोन से रील बनाने के दौरान ट्रेन से कट कर दो किशोरों की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
Reel बनाकर फेसबुक पर करते थे पोस्ट
बताया जाता है कि सूरज कुमार और कन्हैया कुमार गहरे दोस्त थे। दोनों अक्सर मोबाइल फोन से रील बनाकर फेसबुक पर पोस्ट करते थे। पूर्व में भी इन लोगों ने कई रील बनाकर फेसबुक पर पोस्ट किया है। ट्रेन के साथ रील बनाने का शौक और कान में हेडफोन होने की वजह से उनकी जान चली गई।