महाराष्ट्र के चंद्रपुर में स्थित ताडोबा टाइगर रिजर्व में जब पर्यटक जंगल सफारी का मजा ले रहे थे, तभी उनके सामने तारु और शंभू नामक दो बाघ आ गए। आगे और पीछे पर्यटकों की जिप्सी और बीच में दोनों बाघ, अपने सामने ये नजारा देख पर्यटक ख़ुशी जाहिर करते हुए बाघों की फोटो खींचने और वीडियो बनाने लगे, तभी अचानक दोनों बाघों के बीच घमासान लड़ाई शुरू हो गई। यह देखकर पर्यटकों की जान हलक में अटक गई। जिप्सी के बेहद सामने दो बाघ आपस में लड़ रहे थे। यह लड़ाई करीब आधा घंटा चली। लड़ते हुए बाघ पर्यटकों की जिप्सी के बेहद ही करीब आ रहे थे। वहां जिप्सियों की संख्या ज्यादा होने से सभी जिप्सी एक के पीछे एक खड़ी थी। उनके लिए तुरंत रिवर्स में जाना भी संभव नहीं था। पूरे परिसर में बाघ रुक-रुककर एक दूसरे पर हमला कर रहे थे, जो पर्यटकों के लिए दुर्लभ नजारा था। इस लड़ाई में दोनों बाघ घायल हो गए।
यह दुर्लभ नजारा मुंबई के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर नितिन उले ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। नितिन उले ने बताया कि ताडोबा बफर झोन के देवाड़ा गेट से वे 2 दिसंबर को सफारी के लिए गए थे। वे अक्सर ताडोबा में जंगल सफारी के लिए आते हैं। दोपहर का समय था, जब वो जंगल सफारी पर निकले थे, तब अचानक तारु और शंभू नाम के दो बाघ सामने आ गए। कुछ ही समय में वहां एक-एक कर जिप्सियां जमनी शुरू हो गईं। सभी पर्यटक बाघों की तस्वीरें लेने में व्यस्त थे, तभी अचानक दोनों बाघों के बीच जोरदार लड़ाई शुरू हो गई। वहां मौजूद सभी के लिए ये बेहद ही डरावना मंजर था।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि बाघों की लड़ाई पर्यटकों के जिप्सियों के बेहद की करीब हो रही है। बाघों से घिरी हुई पर्यटकों की गाड़ियां और बीच में बाघों की लड़ाई का ये नजारा बेहद ही दुर्लभ और डरावना था। दहाड़ते हुए बाघ आपस में लड़ रहे थे। पर्यटक अपनी जान हथेली पर लेकर अपनी गाड़ियां पीछे लेने की कोशिश कर रहे थे। पर्यटकों के साथ मौजूद सभी जिप्सी चालक और गाइड अनुभवी थे, तो उन्होंने पर्यटकों को सुरक्षित वहां से निकाला।
मुंबई के वन्यजीव प्रेमी और वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर नितिन उले ने बताया कि जब वो जंगल सफारी कर रहे थे, तभी उनका पसंदीदा बाघ तारु रस्ते पर आगे चल रहा था और अपनी टेरिटरी मार्क कर रहा था। हर टाइगर हर हफ्ते अपनी टेरिटरी मार्क करते हैं, ताकि कोई दूसरा टाइगर वहां न आए। उन्होंने बताया कि हम तारु के पीछे चल रहे थे, तभी अचानक वहां शंभू नामक बाघ जो अगरझरी जोन का था वो यहां फीमेल बाघ मधु के पीछे आया और अचानक तारु पर झपट पड़ा। अगले ही सेकंड में दोनों बाघ अपने पिछले दोनों पैरो पर खड़े हो गए और एक दूसरे पर झपट पड़े। दोनों के दहाड़ने की आवाज इतनी खैफनाक थी कि पूरा जंगल दहल उठा था। दोनों बाघ इतने गुस्से में थे कि दोनों की आखें लाल हो चुकी थीं। दोनों अपनी नाखुनों से एक दूसरे को नोंच रहे थे। दोनों के शरीर से खून बहने लगा था। कुछ देर लड़ने के बाद दोनों थक गए, तो पानी पिया और फिर दोनों आपस में भीड़ गए। ये सिलसिला करीब आधा घंटा चला। लड़ाई के दौरान तारु वहां से चला गया। शंभु भी उसके पीछे चला गया।