अयोध्या में बनकर तैयार हो रहे भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है. इसके लिए एक पक्ष विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजा जा चुका है. इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) गुट के मुखिया उद्धव ठाकरे ने दावा किया है कि उन्हें उद्घाटन समारोह का निमंत्रण ही नहीं मिला.
शनिवार (30 दिसंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मुझे अब तक निमंत्रण नहीं मिला है.” उन्होंने मंदिर को लेकर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर के लिए सैकड़ों लोगों ने अपना बलिदान दिया है.
“कानून बनाकर मंदिर क्यों नहीं बना?
बीजेपी के साथ गठबंधन की अपनी सरकार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “जब हमारी गठबंधन की सरकार थी, तब मुझे लगा था सरकार कानून बनाकर मंदिर बनाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था, तब मंदिर बन रहा है.” उन्होंने कहा, “मेरा यह कहना है कि राम मंदिर को लेकर, राजनीति नहीं होनी चहिए. राम मंदिर सरकार ने नहीं सुप्रीम कोर्ट ने बनाया है.”
“अयोध्या जाने के लिए निमंत्रण की जरूरत नहीं”
राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में जाने के सवाल पर उद्धव ने कहा, “मुझे अब तक कोई निमंत्रण नहीं आया है, और वहां जाने के लिए मुझे निमंत्रण नहीं चहिए. 22 जनवरी के दिन ही वहां पर जाए ऐसा जरूरी नहीं है. मैं जब चाहूं तब राम लला के दर्शन के जा सकता हूं. मुझे निमंत्रण की जरूरत नहीं है. राम मंदिर का निर्माण जब नहीं हुआ था तब भी मैं रामलाल के दर्शन के लिए गया था और जब चाहूं तब जा सकता हूं.”
“सीट शेयरिंग को बात पूरी”
गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर उन्होंने कहा, “सब कुछ अच्छा चल रहा है, जब इंडिया की बैठक हुई तब ये तय हुआ था कि हम मिलकर फैसला लेंगे. जिसको जो कहना है, वो कहने दिजिए. वंचित बहुजन को लेकर मेरे पास कोई फार्मूला नहीं आया है. एनसीपी के साथ लगभग सीट शेयरिंग को लेकर हमारी बात पूरी हो चुकी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नेता चाहे महाराष्ट्र के हों, या फिर दिल्ली के जब तक मुझे उनने तरफ से कुछ बोला नहीं जाएगा तब तक मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगा. सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई फार्मूला तय नहीं हुआ है.
प्रकाश अंबेडकर से होगी बैठक
महाराष्ट्र के चर्चित दलित नेता प्रकाश आंबेडकर को लेकर उद्धव ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर ने जो सीट शेयरिंग को लेकर फार्मूला दिया है वो उनका अपना फार्मूला है. सीट शेयरिंग को लेकर हमारी बात उनसे चल रही है. कुछ ही दिनों के बाद प्रकाश आंबेडकर और संजय राउत दोनों के बीच में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा की जाएगी.
ठाकरे ने कहा कि 19 दिसंबर के दिन इंडिया गठबंधन की जो बैठक हुई थी उसमे मेरी राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी से बात हुई है. मीटिंग में मेरे साथ संजय राउत भी शामिल थे. हमने उन्हें अपनी बात बताई है.