भारतीय विशिष्ट पहचान पत्र ने अब एक बड़ा आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद इसी महीने से आधार कार्ड को जन्मतिथि का प्रमाण अब नहीं माना जाएगा। यूआइडीएआइ ने यह कदम इसलिए उठाया है। ताकि इससे जुड़े फर्जीवाड़ा को रोका जा सके।
अब आप जब नया आधार कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड करेंगे। तो आपको नए आधार कार्ड पर यह लिखा हुआ देखने को मिल जाएगा। अब जन्म तिथि को प्रमाणित करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र देना अनिवार्य हो गया है।
आपको बता दें कि यूआइडीएआइ ने कहा की इस फैसले को लेने के पीछे बड़ा कारण यह है कि कुछ लोग आधार कार्ड में जन्म तारीख, महीना और वर्ष बदलकर फर्जीवाड़ा करते हैं। इसी को रोकने के लिए अब आधार कार्ड को जन्मतिथि का प्रमाण पत्र नहीं माना जाएगा। अब इसके लिए अलग से जन्म प्रमाण पत्र देना होगा।
आधार केंद्र में 1 दिसंबर से ही यह बदलाव कर दिया गया है। आपको बता दे की आधार कार्ड एक बेहद ही जरूरी दस्तावेज है। जिसका इस्तेमाल देश के नागरिक अपनी पहचान पत्र के रूप में करते हैं। आधार कार्ड का उपयोग बैंक सहित अनेक सरकारी कामों में किया जाता है। सरकार के द्वारा समय-समय पर आधार कार्ड में बदलाव किया जाता है। ताकि आधार कार्ड को और सुरक्षित बनाया जा सके। सरकार के इस फैसले के बाद जन्मतिथि से जुड़े फर्जीवाड़ा को रोकने में काफी मदद मिलेगी।