मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत इस साल (2023) में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण दो लाख 87 हजार 598 छात्राओं को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया है। अभी दो लाख 45 हजार से अधिक छात्राओं को इस राशि का इंतजार है। शिक्षा विभाग इन सभी छात्राओं को राशि देने के लिए प्रयासरत है। मालूम हो कि इंटरमीडिएट उत्तीर्ण सभी अविवाहित लड़कियों को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत 25 हजार की राशि दी जाती है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस साल उत्तीर्ण पांच लाख 33 हजार से अधिक अविविहित लड़कियों को 25-25 हजार रुपए देने का लक्ष्य है। इसको लेकर अभी तक चार लाख 30 हजार लड़कियों का पंजीयन कर लिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के स्तर पर 24 हजार से अधिक मामले लंबित हैं। अभी-तक 719 करोड़ का भुगतान इन लड़कियों के बैंक खाते में किया गया है। आगे की राशि के लिए विभाग प्रयासरत है। उम्मीद जतायी जा रही है कि कुछ ही दिनों में राशि का प्रबंध कर लिया जाएगा।
पिछले वर्ष 2022 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण पांच लाख 20 हजार 987 लड़कियों को यह राशि दी जानी थी। इनमें चार लाख 40 हजार लड़कियों के खाते में कुल 1098 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है। वहीं, 81 हजार से अधिक लड़कियों का भुगतान बकाया है, जिसे पूरा करने की कार्रवाई विभाग कर रहा है। विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट जिलों से ली जा रही है ताकि इसमें तेजी आए।
स्नातक उत्तीर्ण को मिलते हैं 50 हजार
स्नातक उत्तीर्ण सभी छात्राओं को राज्य सरकार 50 हजार की प्रोत्साहन राशि देती है। यह राशि एक अप्रैल, 2021 के बाद उत्तीर्ण छात्राओं को मिलती है। इसके पहले स्नातक उत्तीर्ण को 25 हजार दिये जाते थे। स्नातक उत्तीर्ण दो लाख 70 हजार छात्राओं को 50-50 हजार दिये जाने हैं। इनमें एक लाख 37 हजार को 685 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है। एक अप्रैल 2021 से पूर्व स्नातक उत्तीर्ण 5600 छात्राओं को राशि शीघ्र जारी करने की उम्मीद है, जो विभिन्न कारणों से बकाया था।