ओडिशा में एक गरीब महिला ने दूसरी बेटी के जन्म से दुखी होकर, एक दंपति को अपनी आठ महीने की बच्ची 800 रुपये में बेच दी। महिला की पहचान मयूरभंज जिले के खुंटा की निवासी कारमी मुर्मू के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि कारमी का पति तमिलनाडु में दिहाड़ी मजदूरी करता है और उसे घटना की जानकारी नहीं थी। पुलिस के मुताबिक, कारमी दूसरी बेटी के जन्म को लेकर दुखी थी और उसे उसके पालन-पोषण की चिंता थी। इस बात का जिक्र उसने अपनी पड़ोसी माही मुर्मू से किया था।
पड़ोसी ने किया बिचौलिए का काम
पुलिस का कहना है कि माही ने ही इस सौदे में बिचौलिए का काम किया और बच्ची के खरीददार का प्रबंध किया। सौदा तय होने पर कारमी ने आठ महीने की बच्ची को 800 रुपये में बिप्रचरणपुर निवासी फूलमणि और अखिल मरांडी को बेच दिया। जब बच्ची का पिता मुसू मुर्मू तमिलनाडु से लौटा और अपनी दूसरी बेटी के बारे में पूछा तो पत्नी ने दावा किया कि बच्ची मर गई। उसके पड़ोसी ने उसे बच्ची को बेचने के बारे में बताया। मुसु मुर्मू ने बच्ची का पता नहीं चलने पर सोमवार को खुंटा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए मंगलवार को मुसू की पत्नी, बच्ची को खरीदने वाले दंपत्ति और बिचौलिए को गिरफ्तार कर लिया।
बच्ची को लेकर बाजार गई थी महिला, लेकिन अकेली वापस लौटी
मयूरभंज के पुलिस अधीक्षक बात्तुला गंगाधर ने बताया कि महिला अपनी बच्ची को लेकर बाजार गई थी लेकिन अकेली वापस लौटी। उन्होंने कहा कि जब गांववालों ने बच्ची के बारे में पूछा तो कारमी ने बताया कि उसकी मौत हो गई है। एसपी ने कहा कि पुलिस ने बच्ची को दंपति से वापस लेकर चाइल्डकेयर भेज दिया है। उन्होंने कहा ‘‘हमने इस मामले में शामिल मां सहित सभी लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 370 (मानव तस्करी) के अंतर्गत केस दर्ज किया है।’’