केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को मैक्सिको सिटी में ग्वाडलजारा में चैंबर ऑफ कॉमर्स में टेक लीडर्स राउंडटेबल की अध्यक्षता की। निर्मला सीतारमण ने बैठक के दौरान ‘भारत और मैक्सिको के बीच तकनीकी सहयोग को मजबूत करने’ पर चर्चा की। वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में बताया कि इस बैठक का उद्देश्य वैश्विक प्रौद्योगिकी नेताओं को एक साथ लाना था, जिसमें इस क्षेत्र में काम करने वाली प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे। इस गोलमेज सम्मेलन का आयोजन मैक्सिकन एसोसिएशन ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री और टाटा कंसल्टिंग सर्विसेज ने मैक्सिको में भारतीय दूतावास और आर्थिक मामलों के विभाग के सहयोग से किया था।
वित्त मंत्री सीतारमण ने सभा को संबोधित करते हुए समान स्थिति वाली अर्थव्यवस्थाओं के लिए अवसर और जिम्मेदारियों के बारे में बात की और बताया कि कैसे भारत और मेक्सिको एक-दूसरे का लाभ उठाने के साथ सहयोग कर सकते हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि मेक्सिको निकटवर्ती क्षेत्र के माध्यम से फल-फूल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बीच सहयोग हुआ है और प्रतिभाओं के आदान-प्रदान के साथ-साथ जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त प्रयास भी संभव हुए हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में काम करते हुए भारत में हो रहे तेजी से बदलाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत और मेक्सिको के बीच विकास और सहयोग के नए क्षेत्रों का हवाला देते हुए कहा कि मेक्सिको निकटवर्ती क्षेत्र के माध्यम से फल-फूल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बीच सहयोग हुआ है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत-मेक्सिको स्टार्टअप के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग के माध्यम से इन क्षेत्रों में एक साथ काम करने का पता लगा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए चुनौतियां केवल विकास के आसपास ही नहीं हैं, बल्कि अंतर को पाटना और सभी के लिए अवसर पैदा करना भी है। इसके लिए जिम्मेदार पूंजीवाद की जरूरत है।
इससे पहले वित्त मंत्री ने मैक्सिको के ग्वाडलजारा स्थित टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) मुख्यालय में प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही टीसीएस लैटम के वरिष्ठ कर्मचारियों को संबोधित किया।