बिहार के डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर दरभंगा एम्स को लेकर सवाल पूछा था. उन्होंने कहा था, ‘जून माह में हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से दूरभाष पर वार्ता कर इसकी स्वीकृति देकर निर्माण कराने का आग्रह किया और आशान्वित होकर चिट्ठी भी लिखा लेकिन आजतक कोई सकारात्मक कारवाई नहीं हुई है.’ अब उनके चिट्टी के जवाब में मंडाविया ने जवाब देते हुए जमीन को लेकर खुलासा किया है।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘प्रिय तेजस्वी जी, मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है. हमारी नीयत साफ है. एम्स दरभंगा की अनुमति मोदी सरकार ने 19 सितंबर 2020 को दी थी और बिहार सरकार ने 3 नवंबर 2021 को पहली जमीन दी.’
दरअसल दरभंगा एम्स पर पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री जी दरभंगा में AIIMS खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे. वस्तुस्थिति ये है कि बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ ज़मीन केंद्र को इसकी स्थापना के लिए दिया है और साथ ही 250 करोड़ से अधिक मिट्टी भराई के लिए आवंटित किया लेकिन दुर्भाग्यवश राजनीति करते हुए केंद्र ने प्रस्तावित AIIMS के निर्माण को स्वीकृति नहीं दी. प्रधानमंत्री से देश कम से कम सत्य और तथ्य की अपेक्षा करता है लेकिन उन्होंने सफ़ेद झूठ बोला.’